जयपुर

राज्यपाल के अभिभाषण पर मुख्यमंत्री गहलोत का जवाबः निशाने पर रहा विपक्ष, गिनाई सरकार की उपलब्धियां

-मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा, केंद्र के इशारे पर राजस्थान की सरकार को बदनाम कर रही है प्रदेश भाजपा, सीएम ने जनता से भी किया आह्वान, भाजपा के बहकावे में नहीं आएं,नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने राज्यपाल के अभिभाषण पर नहीं रखी अपनी बात,विपक्ष ने सरकार के जवाब का किया बहिष्कार,सदन की कार्यवाही 23 फरवरी सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित, राज्यपाल के अभिभाषण पर जवाब देते हुए तकरीबन 1 घंटे बोले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत

जयपुरFeb 15, 2022 / 06:53 pm

firoz shaifi

ashok gehlot

जयपुर। राज्यपाल के अभिभाषण पर आज सरकार की ओर से सदन में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जवाब पेश किया। हालांकि इस दौरान विपक्ष सदन से नदारद रहा। नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया का भी राज्यपाल के अभिभाषण पर वक्तव्य नहीं आया। राज्यपाल के अभिभाषण पर जवाब देते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सदन में तकरीबन 1 घंटे बोले।

इस दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जहां अपने 3 साल की कार्यकाल की उपलब्धियां गिनाई तो वहीं विपक्ष खासकर भाजपा पर जमकर हमला बोला। मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि भाजपा 3 साल में कोई बड़ा आंदोलन खड़ा नहीं कर पाई और अब केंद्र के इशारे पर राजस्थान की सरकार को बदनाम करने में लगे हुए हैं। राज्यपाल के अभिभाषण पर सरकार का जबाव आने के बाद विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी ने सदन की कार्यवाही 23 फरवरी सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी है।

भाजपा हाईकमान के कहने पर सरकार को बदनाम करने का प्रयास
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्यपाल के अभिभाषण पर जवाब देते हुए प्रदेश भाजपा पर आरोप लगाया कि भाजपा हाईकमान के कहने पर राजस्थान की सरकार को बदनाम करने का षड्यंत्र रचा जा रहा है। भाजपा 3 साल में कोई बड़ा आंदोलन खड़ा नहीं कर पाई।

यही वजह है कि आज पहली बार 3 साल के बाद भी जनता में सरकार को लेकर कोई एंटी इन्कमबेंसी नहीं है। यही बात केंद्र की भाजपा आलाकमान को अखर रही है और इसलिए भाजपा आलाकमान ने प्रदेश भाजपा को निर्देश दिए हुए हैं कि कोई मुद्दा हो या ना हो लेकिन जनता की नजरों में कांग्रेस सरकार को बदनाम करो। झूठा बदनाम करने के लिए इनकी पार्टी के नेता और इनके लोग पूरे देश में मशहूर हैं।

भर्तियां रोकने का षड्यंत्र रच रही है भाजपा
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि इनके पास कोई मुद्दा नहीं बचा तो अब रीट का मुद्दा लेकर आ गए हैं। जिस रूप में इनकी मंशा है कि रीट की जांच सीबीआई को दे दी जाए जिससे कि साल भर के लिए भर्ती अटक जाए और यह सरकार को बदनाम कर सके कि सरकार नौकरी नहीं दे पाई। मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि हमने रीट की परीक्षा रद्द करके उसके पद बढ़ा दिए हैं अब इनकी कोशिश हो रही है कि नौकरियां कैसे रोकी जाएं। पूर्ववर्ती वसुंधरा सरकार के समय भी साल 2014 से लेकर 2018 तक कई भर्तियों के पेपर आउट हुए थे।

10 साल में 35 मामले सीबीआई को दिए
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि 9 फरवरी को नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने संसद में सवाल पूछा था कि 10 साल में कितने केस राजस्थान के सीबीआई को दिए गए हैं, जिसका जवाब आया कि 10 साल में 35 केस दिए गए हैं, लेकिन केवल दो मामलों में ही जांच शुरू हुई है। अकेले राजस्थान के भी पांच मामले सीबीआई को दे रखे हैं, लेकिन अभी तक किसी भी मामले में जांच शुरू नहीं हुई है मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि हम चाहते हैं कि समय पर एसओजी जांच करें और अगले साल से लोगों की नौकरी लग लगना शुरू हो जाए।

सीबीआई जांच पर नेता प्रतिपक्ष को भरोसा नहीं
मुख्यमंत्री ने अपना जवाब देते हुए कहा कि सीबीआई की जांच पर नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया कोई भरोसा नहीं है। उन्होंने कहा था कि सीबीआई की जांच में देरी होती है, एसओजी अच्छा काम कर रही है लेकिन जैसे ही आलाकमान का दबाव बढ़ा तो कटारिया ने अपना बयान बदल दिया।

इनका एजेंडा सरकार को बदनाम करना
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि भाजपा के लोगों का एजेंडा केवल सरकार को बदनाम करना है। यह चाहते हैं कि मामले की जांच सीबीआई को दे दी जाए और 1 साल के लिए भर्तियां अटक जाएं।रीट पेपर लीक मामले में एसओजी ने शानदार काम किया है इसके लिए एसओजी बधाई की पात्र हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने का अपने जवाब में कहा कि भाजपा शासित कई राज्यों में भी पेपर पेपर लीक हुए हैं लेकिन उन मामलों की जांच सीबीआई को क्यों नहीं सौंपी गई।

पेपर लीक मामलों के लिए एनडीए गवर्नमेंट जिम्मेदार
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि आज कई राज्यों में पेपर लीक गैंग सक्रिय है, लेकिन यह इसके क्या कारण रहे अगर इसकी तह में जाएंगे तो पता चलेगा कि इसके लिए एनडीए सरकार की नीतियां जिम्मेदार हैं जिस तरह से देश में बेरोजगारी बढ़ रही है ,महंगाई बढ़ रही है उससे इस तरह का माहौल बन रहा है।

कांग्रेस के नेताओं ने इस देश के लिए जान दी
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि भाजपा के लोग कहते हैं कि कांग्रेस ने 70 साल में क्या किया है। मैं उनसे कहना चाहता हूं कि देश में आज एकता और अखंडता बनी हुई है वह कांग्रेस की देन है। इंदिरा गांधी और राजीव गांधी देश की एकता और अखंडता के लिए शहीद हो गए। आजादी के वक्त जिस देश में कुछ नहीं था, 70 साल में वो देश तरक्की के रास्ते पर पहुंच गया यह कांग्रेस की देन है।

केंद्रीय मंत्रियों पर साधा निशाना
अपने जवाब के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्रीय मंत्रियों पर भी निशाना साधा। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल पर तंज कसते हुए कहा कि कोरोना काल में भाजपा के केंद्रीय मंत्री कह रहे थे कि भाभी जी का पापड़ खाने से कोरोना नहीं होगा, अगर उनकी इस बात को जनता मान लेती तो कई लोग मर जाते। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कभी ताली बजती है तो कभी थाली बजती है यह देश में क्या हो रहा है।

कोरोना के बावजूद शानदार बजट पेश किया
सीएम गहलोत ने कहा कि पिछले 2 साल से राजस्थान में कोरोना के हालात के बावजूद सरकार ने शानदार बजट पेश किया था जिसकी सब जगह तारीफ हुई थी हमने बजट की लगभग सभी घोषणाएं पूरी कर दी है और अपने जन घोषणापत्र के भी 70 फ़ीसदी वादे पूरे किए। अब तक प्रदेश में 10 लाख लोगों को नौकरी दी जा चुकी है कई भर्तियां प्रक्रियाधीन हैं।


पंडित नेहरू दूरदर्शी प्रधानमंत्री थे
मुख्यमंत्री ने कहा कि जब देश आजाद हुआ तो देश को पंडित नेहरु जैसा दूरदर्शी प्रधानमंत्री मिला, जिनके मन में भारत को आगे ले जाने की ललक थी। देश में डीआरडीओ, ऐम्स जैसे कई संस्थान बनें। आज जब देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विदेशों में जाते हैं तो उन्हें खूब सम्मान मिलता है वह सम्मान इसलिए मिलता है कि कांग्रेस की सरकारों ने 70 साल में देश को आधुनिक राज्य की श्रेणी में ला दिया और भाजपा के लोग झूठ बोलकर सत्ता में आ गए।

गांव-गांव में खोलें अंग्रेजी माध्यम के स्कूल
मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि गहलोत सरकार ने 3 साल में 562 अंग्रेजी माध्यम के स्कूल खोले हैं, जिनमें बच्चों को अंग्रेजी मीडियम से शिक्षा दी जा रही है। स्कूलों के माध्यम से राजस्थान में नई क्रांति आ रही है। गांव के बच्चों को भी अब हिंदी के साथ-साथ अंग्रेजी बोलना सिखाया जा रहा है, जिससे उनमें आत्मविश्वास बढ़ेगा। आज हर गांव में सरकारी अंग्रेजी स्कूल खोले जा रहे हैं।

जहां शिक्षा कम वहां भाजपा ज्यादा
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने जवाब के दौरान भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि जहां-जहां पर शिक्षा कम है वहां-वहां पर भाजपा ज्यादा है और जहां पर शिक्षा ज्यादा है वहां पर भाजपा नहीं है। माकपा विधायक बलराम पूनिया भी इस बात को कह चुके हैं।

मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर पर शानदार काम हुआ
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि आज जोधपुर में एम्स आ गया है। प्रदेश में विश्वविद्यालयों की झड़ी लगी हुई है, प्रदेश में कोरोना के बाद मेडिकल इन्फ्रास्ट्रक्चर मजबूत किया गया है। यही वजह है कि तीसरी लहर में प्रदेश में जानमाल की हानि नहीं हुई। इस दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने 3 साल में की गई भर्तियों का भी जिक्र किया।

प्राइवेट सेक्टर में जॉब बढ़ें
गहलोत ने कहा कि सरकारी नौकरियां सीमित हैं, इसलिए प्राइवेट सेक्टरों को मजबूत करना जरूरी है। बाहर से इन्वेस्ट करने वाले लोग राजस्थान आएं, इसके प्रयास किए जा रहे हैं। साल 2023-24 में राजस्थान इन्वेस्टमेंट समिट करने जा रहे हैं, जिसके जरिए इन्वेस्टर को राजस्थान में बुलाया जा रहा है। राजस्थान में इन्वेस्ट आएगा तो प्राइवेट सेक्टर में जॉब बढ़ेंगे। केंद्र सरकार को भी इस में ध्यान देना चाहिए। मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि देश जब आजाद हुआ था तब केवल 13 मेगावाट बिजली थी आज हजारों मेगावाट बिजली राजस्थान में पैदा हो रही है, सोलर ऊर्जा में राजस्थान देश में पहले स्थान पर है।

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