भाजपा के लिए परेशानी का सबब बने निर्दलीय विधायक रविन्द्र सिंह भाटी पर भी सभी की नजरें रही। पहले उन्होंने किसी प्रकार के संकेत नहीं दिए, लेकिन बैठक खत्म होने के बाद सीएम भजनलाल उन्हें लेकर उदयपुर रवाना हुए। भाजपा को बाड़मेर-जैसलमेर सीट के लिए रविन्द्र सिंह भाटी को साधना है। भाटी की दो बार सीएम से मुलाकात हो चुकी है। सीएम के साथ प्रदेश अध्यक्ष सी पी जोशी को भी जोधपुर आना था, लेकिन उदयपुर में भाजपा की बैठक प्रस्तावित होने से जोशी दिल्ली से जोधपुर आने की जगह सीधे उदयपुर पहुंच गए।
हनुमान सिंह खांगटा, पप्पू राम डारा, भागीरथ, फगलु राम, सुखदेव देवासी, देवेंद्र बेनीवाल, तेजाराम, सुरेश गुर्जर, सोहनलाल जांगिड़ जगदीश कडेला, सहीराम, मंगलूराम, बीरम बेनीवाल ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। इनमें पप्पूराम डारा ने विधानसभा चुनाव में फलोदी से टिकट मांगा था, लेकिन नहीं मिला। जबकि सुरेश गुर्जर गोटन से सरपंच हैं।
शिव विधायक रविन्द्र सिंह भाटी के बगावती तेवर के बाद उनकी मान-मनौव्वल का दौर जारी है। मंगलवार सुबह सीएम के आने से पहले भाटी ने कहा कि चुनाव लड़ने का निर्णय वे अपने समर्थकों से बातचीत के बाद लेंगे। इसके बाद दोपहर में बैठक खत्म कर जब सीएम उदयपुर रवाना हुए तो भाटी भी उनके साथ गए। ऐसे में इसे डेमेज कंट्रोल के रूप में देखा जा रहा है।