पूर्ववर्ती गहलोत सरकार ने पिछले साल बजट घोषणा के बाद 19 नए जिलों का ऐलान किया था। साथ ही और नए जिले बनाने के संकेत दिए थे। इसके कुछ दिनों बाद ही कैबिनेट मीटिंग में गहलोत सरकार ने 19 नए जिलों के सीमांकन और नोटिफिकेशन की प्रक्रिया पर अंतिम मुहर लगाई। साथ ही 19 नए जिलों का नोटिफिकेशन जारी किया।
इसके बाद गहलोत ने तीन और नए जिलों का ऐलान किया। ऐसे में राजस्थान में कुल जिलों की संख्या 53 हो गई। हालांकि, तीन नए जिलों को लेकर नोटिफिकेशन जारी होने से पहले ही राजस्थान में विधानसभा विधानसभा चुनाव को लेकर आचार संहिता लग गई। ऐसे में तीन जिले अस्तित्व में नहीं आ सके। इस कारण कुचामन, मालपुरा और सुजानगढ़ जिले नहीं बन पाएंगे।
सबसे छोटा जिला दूदू
राजस्थान के 50 जिलों में सबसे छोटा जिला दूदू है, जो जयपुर जिले से अलग करके बनाया गया है। जबकि 19 नए जिले बनाए जाने से पहले सबसे छोटा जिला धौलपुर हुआ करता था। वहीं, क्षेत्रफल की बात करें तो राजस्थान का सबसे बड़ा जिला अब भी जैसलमेर ही है।ये हैं राजस्थान के कुल जिले
राजस्थान में पहले 33 जिले थे। लेकिन, पिछले साल पहले 19 नए जिले बनाए गए थे। खास बात ये रही थी कि जयपुर और जोधपुर को दो भागों में बांटा गया था। इस कारण अब कुल जिलों की संख्या 50 है। ये हैं नए जिले : अनूपगढ़, बालोतरा, ब्यावर, डीग, डीडवाना-कुचामन, दूदू, फलौदी, गंगापुर सिटी, जयपुर शहर, जयपुर ग्रामीण, जोधपुर शहर, जोधपुर ग्रामीण, केकड़ी, कोटपूतली-बहरोड़, खैरथल-तिजारा, नीमकाथाना, सलूम्बर, सांचौर, शाहपुरा (भीलवाड़ा)। ये है पुराने जिले : जयपुर, जोधपुर श्रीगंगानगर, धौलपुर, बीकानेर, चूरू, हनुमानगढ़, करौली, सवाई माधोपुर, जैसलमेर, पाली, दौसा, सिरोही, झुंझुनूं, सीकर, बूंदी, बारां, झालावाड़, कोटा, बांसवाड़ा, चित्तौड़गढ़, डूंगरपुर, राजसमंद, बाड़मेर, जालौर, भरतपुर, अलवर, प्रतापगढ़, अजमेर, भीलवाड़ा, नागौर, टोंक और उदयपुर।