मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी दिनों में प्रदेश का किसान सरकारी कर्मचारी की तरह काम करेगा। वह सुबह 9 बजे खेत में जाकर शाम पांच बजे तक वापस आ जाएगा। बिजली को लेकर सरकार के 2.25 लाख करोड़ के हुए दो समझौतों की वजह से ऐसा होगा। जिससे प्रदेश तीन साल में आत्मनिर्भर होकर किसानों को दिनभर बिजली उपलब्ध करवाएगा। ऐसे में किसान शाम को घर आकर बच्चों के साथ टीवी देखते हुए वक्त बिता सकेगा।
इस दौरान उन्होंने यमुना के पानी, ईआरसीपी तथा इंदिरा व गंग नहर को पक्की करने के साथ पूरे प्रदेश को जल्द ही नदियों का पानी उपलब्ध करवाने की बात कही। कांग्रेस को भ्रष्टाचार व आतंकवाद को बढ़ावा देने वाली व तुष्टीकरण की राजनीति करने वाली पार्टी बताया। सभा को डिप्टी सीएम दिया कुमारी, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा व सैनिक कल्याण बोर्ड अध्यक्ष प्रेमसिंह बाजौर सहित अन्य ने संबोधित किया।
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पेपरलीक को लेकर सीएम शर्मा ने कहा कि अभी तो आरपीएससी तक ही पहुंचे हैं। खून के आंसू रुलाने वाला कितना ही बड़ा शख्स क्यों न हो, उसे छोड़ा नहीं जाएगा। आंगनबाड़ी, आशा सहयोगिनियों की वेतन वृद्धि, गेहूं की एमएसपी बढ़ाने, किसान सम्मान निधि के लिए मृत किसानों के आश्रितों की सूची केंद्र को भेजने सहित विभिन्न मुद्दों का जिक्र करते हुए उन्होंने घोषणा पत्र का हर वादा पूरा करने का दावा भी किया।