मिशन मोड़ पर है लगभग 48 हजार पदों पर भर्ती की प्रक्रिया
सीएम भजनलाल शर्मा ने मंगलवार को मुख्यमंत्री कार्यालय में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। इस बैठक में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने मुख्यमंत्री को जानकारी दी कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में लगभग 48 हजार पदों पर भर्ती की प्रक्रिया मिशन मोड़ पर चल रही है। अब तक लगभग 8 हजार पदों पर नियुक्तियां दी जा चुकी हैं। सीएम भजनलाल ने कहा कि विभाग में खाली पड़े पदों पर आवश्यकतानुसार चरणबद्ध रूप से भर्ती की जाए। साथ ही कोर्ट में लंबित मामलों का शीघ्र निस्तारण करवाकर नियुक्तियां दी जाए। यह भी पढ़ें
कांग्रेस सरकार का एक और फैसला पलटेगा, राजस्थान के करीब 40 लाख अभ्यर्थियों को लगेगा जोरदार झटका
सीएचसी का काम जल्द पूरा करने के निर्देश
सीएम भजनलाल ने कहा कि छोटे शहरों और कस्बों में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए राज्य सरकार ने प्रदेशभर में आयुष्मान मॉडल सीएचसी बनाने का निर्णय लिया है। इससे न केवल निचले स्तर पर बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध होंगी बल्कि बड़े अस्पतालों पर भार भी कम होगा। उन्होंने अधिकारियों को इन मॉडल सीएचसी का काम जल्द पूरा करने के निर्देश दिए। यह भी पढ़ें
सीएम भजनलाल का दस्तकारों-कलाकारों को तोहफा, चुकाए ऋण ब्याज पर मिलेगा 2 प्रतिशत अतिरिक्त अनुदान
मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना का करें व्यापक प्रचार-प्रसार
सीएम भजनलाल ने कहा कि मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना के तहत आमजन को निःशुल्क इलाज उपलब्ध करवाया जा रहा है। हमने इस योजना के तहत पीडियाट्रिक पैकिज शामिल करने, कुछ पैकेज की दरों को तर्कसंगत बनाने तथा पोर्टिबिलिटी सुविधाओं को शामिल करने का निर्णय लिया है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि योजना में जो नए प्रावधान जोड़े गए हैं, उनका व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। यह भी पढ़ें
Rajasthan News : छात्रवृत्ति पाने का अंतिम मौका, 30 नवम्बर तक का मिला समय
हर व्यक्ति की बनाई जाए आभा आईडी
सीएम भजनलाल ने अधिकारियों को मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर मिशन के तहत चिकित्सा के आधारभूत ढ़ांचे को मजबूत करने के निर्देश दिए। प्रदेश में संचालित सभी आयुष्मान आरोग्य मन्दिरों में प्रमुख 12 सेवाएं मिलना सुनिश्चित किया जाए। सीएम शर्मा ने कहा कि राजस्थान डिजिटल हैल्थ मिशन के तहत प्रदेशवासियों का स्वास्थ्य रेकार्ड डिजिटल रूप से संधारित करने के लिए अभियान चलाकर प्रदेश के हर व्यक्ति की आभा आईडी बनाई जाए। यह भी पढ़ें