मिली जानकारी के अनुसार प्रहलाद सिंह को नौकरी देने के लिए सरकार ने नियमों में भी कुछ शिथिलता दी है। प्रहलाद की योग्यता और शिक्षा के आधार पर उसे चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के पद पर चयनित किया गया है। फिलहाल प्रहलाद सिंह को राजसमंद जिले के देवगढ़ में स्थित उपखंड कार्यालय में नियुक्ति दी गई है। वहां पर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के तौर पर उनका काम होगा।
इस तरह से की थी प्रहलाद ने कन्हैया लाल केस में मदद…
दरअसल 28 जून 2022 को उदयपुर में कन्हैया लाल टेलर की हत्या करने के बाद आरोपी गौस मोहम्मद और उसका साथी राजसमंद की ओर बाइक से फरार हो गए थे। इस दौरान राजसमंद जिले के भीम उपखंड के नजदीक ताल गांव के पास ही प्रहलाद सिंह अपने दोस्त के साथ थड़ी पर बैठकर चाय पी रहे थे। बताया जा रहा है कि प्रहलाद सिंह के पास देवगढ़ थाने के एक परिचित पुलिसकर्मी का फोन आया और प्रहलाद से वीडियो शेयर किया गया। उसमें गौस मोहम्मद और दूसरे आरोपी की जानकारी थी। इतनी देर में दोनो आरोपी प्रहलाद के सामने से बाइक पर निकले। प्रहलाद और उसके साथी ने बिना समय गवाएं उनके पीछे बाइक लगा दी और पुलिस को लगातार अपडेट करते रहे। कुछ किलोमीटर दूरी पर पुलिस की जीपों ने दोनो आरोपियों को घेर लिया। प्रहलाद की बहादुरी के खूब चर्चे हुए, सरकार ने नौकरी देने की भी बात कही। आखिर सरकार बदलने के बाद प्रहलाद को नौकरी मिली है।