पूर्व CM गहलोत के बेटे ‘वैभव’ चुनाव हारे, लुंबाराम ने दर्ज की जीत; जानें हार-जीत का अंतर
क्यों है चूरू लोकसभा सीट
चूरू लोकसभा सीट वर्ष 1977 में अस्तित्व में आई। अब तक हुए 13 लोकसभा चुनावों में दो बार जनता पार्टी और चार कांग्रेस ने जीत दर्ज की। एक बार जनता दल और भाजपा छह बार चुनाव जीतने में कामयाब रही। पिछले 25 साल से यानी वर्ष 1999 से लेकर अब तक चूरू लोकसभा सीट पर भाजपा का कब्जा रहा। पहले तीन बार रामसिंह कस्वां और बाद के दो चुनाव में उनके बेटे राहुल कस्वां सांसद चुने गए। कस्वां परिवार के जुड़े होने से भाजपा हमेशा बढ़त में रही लेकिन इस बार कस्वां परिवार ने भाजपा का साथ छोड़ दिया। राहुल कस्वां इस बार कांग्रेस के टिकट पर चुनाव मैदान में हैं। ऐसे में सबकी निगाहें चूरू लोकसभा सीट पर टिकी हुई है।कांग्रेस प्रत्याशी भजनलाल जाटव चुनाव जीते, भाजपा प्रत्याशी इंदु देवी की हार; जानें पूरा गणित
2019 का जनादेश
बीजेपी के राहुल कस्वां को 7,92,999 वोट मिले (जीते)कांग्रेस के रफीक मंडेलिया को 4,58,597 वोट मिले
सीपीआई (एम) के बलवान पूनिया को 25,090 वोट मिले
2014 का जनादेश
बीजेपी के राहुल कस्वां को 5,95,756 वोट मिले (जीते)बसपा के अभिनेष महर्षि को 3,01,017 वोट मिले
कांग्रेस के प्रताप सिंह को 1,76,912 वोट मिले