जयपुर में इन दिनों पतंगबाजी का मौसम है, लेकिन इस शौक में चीनी मांझे के इस्तेमाल ने इसे जानलेवा बना दिया है। चाइनीज मांझे की चपेट में आने से एक की जान जा चुकी है। रास्ते में गर्दन चाइनीज मांझे की चपेट में आ गई। घायल को उसे अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। माझे ने उसकी सांस लेने की नली को भी काट दिया था। इस घटना के बाद जिला कलेक्टर ने प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि पूरे जिले में पतंग की दुकानों की जाांच कर ऐसा मांझा जब्त किया जाए।
जानलेवा है चाइनीज माझा माझा के कारोबार से जुड़े अहमद बताते हैं कि बरेली का माझा बनाने में चावल, सरेस, रंग और सूती धागे का इस्तेमाल होता है। इसे धारदार बनाने के लिए काच का बुरादा लगाया जाता है। वहीं चाइनीज माझा प्लास्टिक के धागे से तैयार होता है। इस पर लगे केमिकल व लोहे के बुरादा से करेंट प्रवाहित होने का खतरा रहता है। यह गलता भी नहीं है। गर्दन में फंसकर यह टूटता नहीं और लोग जान तक गवा बैठते हैं। बाजार में मिलने वाले सभी माझे घातक होते हैं, लेकिन इनमें चायनीज ज्यादा खतरनाक है। जिला कलेक्टर ने प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि पूरे जिले में पतंग की दुकानों की जाांच कर ऐसा मांझा जब्त किया जाए।