बैठक राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण मंडल के कॉन्फ्रेंस हॉल में वन मंत्री संजय शर्मा की उपस्थिति में आयोजित हुई थी। उन्होंने रणथभौर, सरिस्का और अन्य टाइगर रिजर्वों में पर्यटकों के लिए रिफ्रेशमेंट और टॉयलेट की सुविधाओं से युक्त एक ‘फैसिलिटी सेंटर’ बनाने को कहा। वहीं पुराने किलों, बुर्जों का नवीकरण करने, इंटरप्रेटेशन सेंटर, सनराइज, सनसेट तथा साइटिंग पॉइंट्स बनाने के निर्देश दिए।
बैठक में बाघ परियोजनाओं के तहत वन क्षेत्रों में अवैध खनन और शिकार के मामलों पर चर्चा की गई। इनकी रोकथाम के लिए वाइल्डलाइफ सर्विलांस और एंटी पोचिंग सिस्टम को और बेहतर बनाने की आवश्यकता पर बल दिया गया। सरिस्का की सड़क को सुगम बनाने और बाघ परियोजना के तहत 7,000 हैक्टेयर भूमि को वन विभाग के नाम करने के भी निर्देश दिए गए।