परीक्षा से पहले हुआ दादी का निधन
जयपुर की छात्रा खुशी कुमावत ने सीबीएसई दसवीं की परीक्षा में 91.4 प्रतिशत अंक हासिल किए। खुशी ने बताया कि उसके मामा का सपना था कि वह डॉक्टर बने। वे मेरे रिजल्ट आने की बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। पर भगवना के आगे किसी की नहीं चलती। परिणाम से कुछ दिन पहले ही वे नहीं रहे। खुशी ने कहा कि अब मुझे हर हाल में अपने मामा का सपना पूरा करना है। इसके लिए मैं दिन रात एक कर दूंगी। खुशी ने कहा कि परीक्षा के 10 दिन पहले दादी का देहांत होने से घर में मातम छा गया। मेरे लिए पढ़ पाना बहुत मुश्किल हो गया और 90+ परसेंटेज का सपना अधूरा लगने लगा। इसी बीच माता-पिता ने समझाया और डिप्रेशन से बाहर निकाला। आज उनकी बदौलत मैं अच्छे अंक ला पाई।
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टॉपर भाई-बहन
जब एक ही घर सगे भाई-बहन, बारहवीं और दसवीं की परीक्षा में टॉप कर जाए तो घर वालों की खुशी का ठिकाना नहीं रहता। नीलांश जैन ने दसवीं में 98 प्रतिशत और स्नेहा जैन ने 97 प्रतिशत लाकर घरवालों का सपना पूरा किया। सोशल मीडिया की दिवानी स्नेहा का कहना है कि वीडियो स्क्रॉल करने से मुझे भी फुर्सत नहीं मिलती लेकिन कुछ देर की डेडिकेशन के साथ पढ़ाई करने से कोई भी अच्छी परसेंटेज ला सकता है।
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एग्जाम से 2 दिन पहले पिता को हार्ट-अटैक
सीबीएसई दसवीं की परीक्षा में 96.4 प्रतिशत अंक हासिल करने वाली जयपुर की गोरी श्रीवास्तव ने बताया कि तैयारी पूरी थी और परीक्षा भी अच्छी हो रही थी। लेकिन गणित की परीक्षा के 2 दिन पहले पिता को हार्टअटैक आया और 4 दिन तक आईसीयू में रहे। जिसके बाद पूरे घर में दुख का माहौल था। इन सबसे मैं मेंटली इतनी डिस्टर्ब थी कि मैथ्स के पेपर में रोने लगी, लेकिन पिता की मेहनत को अधूरा नहीं जाने दे सकती थी। खुद को समझाकर परीक्षा दी और अच्छे प्रतिशत लाने में कामयाब भी हुई।