विधानसभा की कार्यवाही के दौरान शनिवार को कांग्रेस विधायक रतन देवासी ने फर्जी आधार कार्ड का मसला उठाते हुए कहा कि फर्जी फोटो और फिंगर प्रिंट्स लगाकर आधार कार्ड तैयार किए जा रहे है। फिंगर प्रिंट्स के लिए स्कूली बच्चों को 200-200 रुपए देकर आधार तैयार किया जाता है। ऐसे में सीमावर्ती इलाकों में लगे सभी आधार कार्ड सेंटरों की जांच करवाई जाएं। साथ ही प्रदेश सरकार इसके लिए अलग से टीम का गठन करें।
विधानसभा अध्यक्ष बोले-ये बेहद गंभीर विषय
विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने कहा कि यह बेहद गंभीर विषय है और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा हुआ है। ऐसे ई-मित्र संचालक जो फर्जी आधार कार्ड बना रहे हैं, उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएं।
ई-मित्र संचालकों की जांच के लिए चलेगा स्पेशल ऑपरेशन
वहीं, संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने विधानसभा में कहा कि फर्जी आधार मामले की सीबीआई जांच के लिए 28 जून को केंद्र सरकार को चिट्ठी लिखी है। ई-मित्र संचालकों की जांच के लिए स्पेशल ऑपरेशन चलाया जाएगा।
भविष्य में यह ना हो इसके लिए सरकार हर संभव कदम उठाएगी। फर्जी आधार कार्ड मामले की जांच जारी है। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। प्रदेशभर में आधार कार्ड बनाने वाले ई-मित्रों की जांच होगी।