लोगों में भय का माहौल
क्लब से थोड़ी दूरी पर आबादी क्षेत्र है। पैंथर की मूवमेंट की सूचना मिलने के बाद से यहां रहने वाले लोगों मेे भय का माहौल बना हुआ है। उनका कहना है कि जब तक वन विभाग की टीम पैंथर का रेस्क्यू नहीं कर लेगी तब तक चैन नहीं आएगा।
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भोजन की तलाश में भटकने को मजबूर
राजधानी से जुड़े वन क्षेत्र में 70 से ज्यादा पैंथर रहते है। आगरा रोड का जंगल झालाना व गलता के जंगल से जुड़ा हुआ है।यहां पैंथरों की आवाजाही रहती है। इन जंगलों में पैंथरों के लिए भोजन के पर्याप्त इंतजाम नहीं है इसलिए वे भोजन की तलाश में भटककर आबादी क्षेत्र में पहुंच रहे हैं। ऐसा न केवल उनके बल्कि स्थानीय लोगों के लिए भी खतरनाक साबित हो रहा है। आए दिन ऐसे हालात देखे जा रहे हैं।
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फैक्ट
– 10 दिन से शावक के साथ इधर घूम रही थी मादा पैंथर।
– 48 घंटे के पिंजरे में कैद है पैंथर शावक।
– 2 पिंजरे लगा रखे रेस्क्यू के लिए।
– 24 घंटे निगरानी में जुटे वनकर्मी।
– 3 कैमरा ट्रैप भी लगाए गए।