जयपुर में कर्मचारी की खुदकुशी पर रेलवे संगठन लामबंद, मृतक की बेटी को अनुकंपा नियुक्ति सहित रखी ये 6 मांग
Railway employee suicide case: उत्तर पश्चिम रेलवे मुख्यालय में मुख्य कार्यालय अधीक्षक नरसी मीणा की आत्महत्या के बाद मुख्यालय परिसर में परिजन और बड़ी संख्या में कर्मचारी धरने पर बैठ गए।
Railway employee suicide case: जयपुर। जवाहर सर्कल स्थित उत्तर पश्चिम रेलवे मुख्यालय में मुख्य कार्यालय अधीक्षक नरसी मीणा की आत्महत्या के बाद मुख्यालय परिसर में परिजन और बड़ी संख्या में कर्मचारी धरने पर बैठ गए।
कर्मचारियों ने नरसी मीणा को ड्यूटी के दौरान प्रताड़ित करने और छुट्टी न देने को लेकर उप मुख्य कार्मिक अधिकारी हेमंत सुलानिया के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया। नरसी मीणा की बेटी ने जवाहर सर्कल थाने में हेमंत सुलानिया के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई। आरोप लगाया कि सुलानिया ने नरसी मीणा को धमकी दी थी कि वह बेटी की शादी में भी छुट्टी नहीं देंगे। मीणा को बार-बार चार्जशीट देने, नौकरी से निकालने और छुट्टी नहीं देने की धमकियां दी गईं, जिससे तंग आकर उन्होंने आत्महत्या कर ली।
कर्मचारियों का धरना, जीएम का आश्वासन
धरने के दौरान उत्तर पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक (जीएम) अमिताभ मौके पर पहुंचे और परिजन व कर्मचारियों को जांच और उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। रेलवे के संगठनों के पदाधिकारियों ने महाप्रबंधक को संयुक्त ज्ञापन सौंपा।
इसके बाद धरना समाप्त हुआ। पुलिस ने पोस्टमार्टम कर शव परिजन को सौंप दिया। जवाहर सर्कल थानाधिकारी विनोद सांखला ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।
रेलवे संगठन की मांगें
1. निष्पक्ष जांच और दोषी अधिकारी पर कड़ी कार्रवाई।
2. मृतक की बड़ी बेटी की शादी के लिए सीएसडीएफ से 10 लाख की आर्थिक सहायता। 3. मृतक के पुत्र का स्थानांतरण जयपुर मंडल में किया जाए, ताकि वह परिजन को संभाल सके।
4. छोटी बेटी को वरिष्ठ लिपिक या कनिष्ठ लेखा सहायक के पद पर अनुकंपा नियुक्ति। 5. अनुकंपा नियुक्ति मिलने तक परिजन को जगतपुरा रेलवे क्वार्टर में रहने की अनुमति। 6. वर्कलोड को कम करने के लिए रिक्त पदों की शीघ्र भर्ती।