बता दें, संसद परिसर में गुरुवार सुबह धक्का-मुक्की मामले में राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए इसकी पूरी जांच की मांग की है।
चोट पहुंचाने का प्रयास निंदनीय- गहलोत
वहीं, इस मामले पर राजस्थान के पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि आज सत्ताधारी पार्टी भाजपा के सांसदों ने राज्यसभा और लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष एवं अन्य सांसदों को संसद में जाने से रोका और उनसे धक्कामुक्की कर चोट पहुंचाने का प्रयास किया जो बेहद निंदनीय है। ऐसा पहली बार देखा गया है कि एक पार्टी के सांसद ही दूसरी पार्टी के सांसदों को सदन में प्रवेश करने से रोक रहे हैं। सदन में सांसदों का हमेशा ससम्मान प्रवेश होता आया है। यह भी पढ़ें
थप्पड़कांड मामले में BJP नेता को 3 साल की सजा, ढाई साल पहले ऑफिस में जड़ा था चांटा; जानें पूरा मामला
लोकसभा स्पीकर से की जांच की मांग
अशोक गहलोत ने कहा कि यह भी आश्चर्यजनक है कि संसद के सुरक्षाकर्मियों ने इस दौरान कोई हस्तक्षेप नहीं किया जिससे लगता है कि यह अमित शाह द्वारा बाबासाहब अम्बेडकर के अपमान के मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए भाजपा की कोई साजिश थी। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इस घटना की जांच की लोकसभा स्पीकर से मांग की है। यह लोकसभा स्पीकर की जिम्मेदारी है कि सभी सांसद सदन में ससम्मान प्रवेश कर सकें। लोकसभा स्पीकर को इस घटना की जल्द से जल्द जांच कर दोषी भाजपा सांसदों पर कार्रवाई करनी चाहिए।
सांसदों को अंदर जाने से रोकना साजिश
उन्होंने कहा कि आज की घटना अकल्पनीय है और इससे पूरी दुनिया के सामने देश की बदनामी होगी। सांसदों को संसद के अंदर जाने से रोकना एक साजिश थी…यह बिना किसी पूर्व नियोजित साजिश के संभव नहीं है…यह पहली बार है कि भारत और एनडीए दोनों गुट एक दूसरे से भिड़ गए और सुरक्षाकर्मियों ने हस्तक्षेप नहीं किया। उन्होंने कहा कि स्पीकर को इस मामले की निष्पक्ष जांच करानी चाहिए…वह भाजपा सांसद के खिलाफ कार्रवाई नहीं करेंगे, वह दबाव में हैं…स्पीकर को इस मामले की जिम्मेदारी लेनी चाहिए। यह भी पढ़ें