गौरतलब है कि कुलपति डॉ.सुधीर भंडारी ने चिकित्सा मंत्री की ओर से इस्तीफा मांगे जाने के बावजूद इस्तीफा देने से इनकार कर दिया था। उच्च स्तर पर इसे सरकार की किरकिरी माना जा रहा है। बताया जा रहा है कि प्राचार्य और अधीक्षक की ओर से स्वयं आगे बढ़कर पूरे मामले की एसीबी में शिकायत दर्ज कराने को देखते हुए चिकित्सा शिक्षा विभाग ने उन्हें बर्खास्ख्करने के बजाय इस्तीफा मांगा।
चिकित्सा मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर गुरुवार को राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाकात कर डॉ.भंडारी के पद से बर्खास्तगी का प्रस्ताव सौंपेंगे। खींवसर ने कहा कि सवाईमानसिंह मेडिकल कॉलेज से आरयूएचएस में शिफ्ट होने के बाद भी डॉ.भंडारी स्टेट टिश्यू एंड ऑर्गन ट्रांसप्लांट ऑर्गनाइजेशन (सोटो) के पद पर काम करते रहे। इसके फोटो सहित प्रमाण डॉ.भंडारी को दिखाएजा चुके हैं। इसके बावजूद उन्होंने पद से इस्तीफा नहीं दिया। चिकित्सा मंत्री ने कहा कि पूरे प्रकरण में सख्त एक्शन लेने के लिए केन्द्र सरकार भी राज्य सरकार को निर्देश दे चुकी है।