पुलिस भले ही ठगों के पीछे हो, लेकिन ठग खुद ही पुलिस बन कर ठगी कर रहे हैं। ठगी का यह नया तरीका है, जिसमें डिजिटल अरेस्ट या परिवार के किसी सदस्य को पुलिस हिरासत में बताकर लोगों से मोटी रकम वसूली जा रही है। ठगों ने जामताड़ा में ट्रेनिंग लेकर ऐसा करना शुरू किया है। मेवात के ठग दिल्ली के मुख्यमंत्री अरङ्क्षवद केजरीवाल, सांसद प्रज्ञा ठाकुर, कर्नाटक के डीजीपी, फिल्म स्टार जॉनी लीवर के अलावा केंद्रीय मंत्रियों से ठगी कर चुके हैं।
37 एफआइआर दर्ज
116 आरोपी गिरतार
28.60 लाख नकद पकड़े
252 मोबाइल हैंडसेट व 294 सिम, 134 एटीएम कार्ड व 6 स्वाइप मशीन की जब्त
09 एटीएम
25 वाहन किए जब्त
06 लैपटॉप, एक टेबलेट एवं 6 कप्यूटर और नोट गिनने की मशीन
2012 तक पीतल की ईंट को सोने की बताकर बेचना
2013 के बाद ओएलएक्स पर विज्ञापन देकर वाहन खरीद के नाम पर ठगी
2017 के बाद कार्ड क्लोन कर राशि निकासी
2018 में ठगों ने घरों पर एटीएम मशीन लगाकर राशि निकालना शुरू किया
2019 में सेक्सटॉर्शन के नाम पर ठगी
2022 से अब तक आवाज बदलकर ठगी, रिश्तेदार बनकर ठगी और अब एआइ के माध्यम से आवाज बदलकर ठगी।
ऑपरेशन एंटी वायरस ठगों पर भारी पड़ा है। ज्यादातर ठग अब पुलिस की गिरफ्त में हंै। आगे भी सख्त से सख्त कार्रवाई के लिए प्लान तैयार हैं।
राहुल प्रकाश, आइजी,
भरतपुर रेंज