जयपुर

काश ! 21 साल की कुंती ने पहना होता हेलमेट तो परिवार पर नहीं टूटता कहर, बार-बार बेहोश हो रही मां

Rajasthan Road Accident : जवाहर नगर टीला नंबर पांच निवासी कुंती (21) चार बहनों में सबसे बड़ी थी। अभी वह बीएड की पढ़ाई कर रही थी।

जयपुरMar 11, 2024 / 11:07 am

Rakesh Mishra

Rajasthan Road Accident : आप भी अपने बच्चे या परिजन को दोपहिया वाहन पर किसी छोड़ने या फिर सामान लेने भेज रहे हैं…तो उसे हेलमेट लगाकर जाने के लिए प्रेरित करें। किसी और की लापरवाही आपके अपनों के लिए घातक हो सकती है।राजापार्क गुरुद्वारा चौराहा पर दुर्घटना का शिकार हुई कुंती ने भी यही सोचा था कि पास ही बहन को छोड़कर आ रही हूं, हेलमेट की क्या जरूरत है, न मां ने टोका कि हेलमेट पहन ले। लोक परिवहन बस के चालक की लापरवाही ने स्कूटी सवार 21 वर्षीय कुंती को कुचल दिया। बस का पिछला टायर कुंती के एक कंधे व आधे सिर के ऊपर से होते हुए निकल गया। काश, कुंती ने हेलमेट पहना होता तो उसकी जान बच सकती थी। कुंती की मौत सबक है उन तमाम युवाओं के लिए जो हेलमेट को बोझ समझते हैं। आदर्श नगर थानाधिकारी सुभाष ने बताया कि दुर्घटना के समय कुंती ने हेलमेट नहीं पहन रखा था।
पिता का हो चुका है निधन
जवाहर नगर टीला नंबर पांच निवासी कुंती (21) चार बहनों में सबसे बड़ी थी। अभी वह बीएड की पढ़ाई कर रही थी। करीब आठ वर्ष पहले कुंती के पिता कैलाशचंद धोबी की मृत्यु हो चुकी थी। इसके बाद कुंती ही अपनी मां व छोटी बहनों का सहारा बनी। वह मां के साथ कपड़े प्रेस करवाती और पढ़ाई करने के साथ बहनों को भी पढ़ा रही थी। छोटी बहन डॉली 12वीं में, सरस्वती 10वीं में और कुमकुम 8वीं में पढ़ रही है।

चार घंटे तक नहीं पहुंचा कोई
कुंती की मौत के बाद रविवार सुबह करीब 10.30 बजे बड़ी संख्या में लोग व परिजन राजापार्क गुरुद्वारा चौराहा पर पहुंच गए और उसे जाम कर दिया। आदर्श नगर विधानसभा से भाजपा प्रत्याशी रहे रवि नैय्यर भी मौके पर मौजूद थे। आदर्श नगर एसीपी व थानाधिकारी मौके पर पहुंचे। करीब चार घंटे तक प्रशासन की तरफ से रास्ता रोककर बैठे लोगों को आश्वासन देने या फिर वार्ता करने के लिए जिम्मेदार अधिकारी नहीं पहुंचे। इसको देखते हुए प्रदर्शन करने वालों में आक्रोश बढ़ गया और कुंती के परिवार को न्याय दिलाने के लिए नारेबाजी करने लगे। करीब पांच घंटे बाद प्रशासनिक अधिकारियों से मांगों को लेकर सहमति बनने पर रास्ता खोला गया।
यह भी पढ़ें

पुलिस की गाड़ी ने इकलौते बेटे को कुचला, इलाज में खर्च हो गए 15 लाख, बेबस पिता को मदद का इंतजार

डॉली ने कहा, मां को संभालूंगी, परीक्षा भी दूंगी
डॉली ने कहा कि उसकी 12वीं बोर्ड की परीक्षा चल रही है। बड़ी बहन कुंती तीनों छोटी बहनों को पढ़ाई के लिए प्रेरित करती रहती थी। वह बीएड के साथ पंचवटी सर्कल के पास स्थित स्कूल में इंटर्नशिप कर रही थी। डॉली ने कहा कि वह और उसकी छोटी बहन बाकी की बची परीक्षाएं देंगे। मां बार-बार बेहोश हो रही थी। डॉली, कुंती की सहेली के साथ मां को संभाल रही थी।
यह भी पढ़ें

ये है सबसे खतरनाक बीमारी, इसके एक इंजेक्शन की कीमत है 14 करोड़ रुपए, जिंदगी हो जाती है बेहाल

Hindi News / Jaipur / काश ! 21 साल की कुंती ने पहना होता हेलमेट तो परिवार पर नहीं टूटता कहर, बार-बार बेहोश हो रही मां

Copyright © 2025 Patrika Group. All Rights Reserved.