अभिभाषण से शुरूआत— राज्य विधानसभा के बजट सत्र की शुरूआत राज्यपाल के अभिभाषण से होगी। राज्यपाल कलराज मिश्र सदन में अपना अभिभाषण देंगे। इसके बाद इस पर धन्यवाद प्रस्ताव रखा जाएगा। पक्ष विपक्ष के सदस्यों की ओर से इसमें बहस कराई जाएगी और उसके बाद सीएम अशोक गहलोत अपना जवाब पेश करेंगे। इसके साथ ही सीएम अशोक गहलोत अपना चौथा बजट भी इसी सत्र में पेश करेंगे। पिछली 30 सितंबर को छठे सत्र का सत्रावसान हुआ था और अब नए सिरे से सत्र को आहूत किया जा रहा है।
बजट 15 के बाद
माना जा रहा हैं कि बजट 15 फरवरी के बाद कभी भी आ सकता हैं। इसके लिए तैयारी करने के अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए है। बजट सत्र को लेकर सरकार ने अलग अलग वर्गो से सुझाव भी लेने शुरु कर दिए है। पिछले दिनों वित्त विभाग ने आम जन से सुझाव मांगे थे। इसके साथ ही बजट परामर्शदात्री समिति की बैठकें भी शुरु हो चुकी है। सीएम गहलोत बजट को लेकर सामाजिक, व्यापारिक संगठनों के साथ बैठकें करेंगे और उनसे राय लेंगे। कांग्रेस सरकार ने दावा किया हैं कि तीन साल के कार्यकाल में जनघोषणा पत्र के 70 फीसदी वादे पूरे हो चुके है।
बजट सत्र चलेगा लंबा — विधानसभा का ये सत्र लंबा चलेगा और इसमें 25 के करीब बैठकें हो सकती है। इसकी वजह ये भी हैं कि साल के दूसरे सत्र को ज्यादा दिन तक नहीं चलाया जाता है। ऐसे में बजट सत्र पर ही ज्यादा फोकस रहता है। सरकार इसमें जरूरी विधेयक पेश करेगी ।