जयपुर के ज्वैलरी इण्डस्ट्री में आएगा बूम
देश में सूरत के बाद जयपुर जेम्स एंड ज्वेलरी का बड़ा बाज़ार है। आंकड़ों के अनुसार जयपुर मे हर वर्ष औसतन 5 हजार करोड़ रुपए का सोना-चांदी इंपोर्ट होता है। 6 फीसद कस्टम ड्यूटी होने के बाद इस इंडस्ट्री से जुड़े लोगों को इसका सीधा-सीधा फायदा मिलेगा। इसके साथ
सोने-चांदी की कीमतों में भी भारी गिरावट आएगी। इससे आम जनता को बड़ा फायदा होगा। सोना-चांदी व्यवसाय से जुड़े लोगों का मानना है कि केन्द्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण के इस कदम से जयपुर के ज्वैलरी इण्डस्ट्री में बूम आ जाएगा।
यह भी पढ़ें – Union Budget 2024 : केंद्रीय बजट पर गजेंद्र सिंह शेखावत की बड़ी प्रतिक्रिया, वित्त मंत्री-पीएम मोदी को कहा – धन्यवाद रत्न एवं आभूषण उद्योग का राजस्थान की आर्थिक प्रगति में महत्वपूर्ण रोल
जुलाई महीने में राजस्थान के सीएम
भजनलाल शर्मा ने कहा था कि रत्न एवं आभूषण उद्योग राजस्थान की आर्थिक प्रगति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। राज्य इस क्षेत्र को बढ़ावा देने तथा उद्यमियों के लिए कारोबार में आसानी सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहा है। इसी वजह से ‘एक जिला एक उत्पाद’ योजना के तहत जयपुर में रत्न एवं आभूषण उद्योग को चिन्हित किया गया है, जिसके तहत राज्य सरकार इस क्षेत्र को और विकसित करने का काम करेगी।
जयपुर जेम्स एंड ज्वैलरी इंडस्ट्री की ग्रोथ
जयपुर जेम्स एंड ज्वैलरी इंडस्ट्री की ग्रोथ बीते एक साल में 19 फीसद हुई है। जयपुर से 11269.11 करोड़ की जेम्स एंड ज्वैलरी साल 2023-24 में एक्सपोर्ट की गई। जबकि, 2022-23 में 9474.05 करोड़ की जेम्स एंड ज्वैलरी का एक्सपोर्ट किया गया था।