अधीक्षक डॉ डीएस मीणा ने बताया कि बोन कैंसर का इलाज जटिल एवं महंगा होता है। समय पर इसका इलाज शुरू नहीं होने पर अंगभंग होने की आशंका भी रहती है। उन्होने बताया कि अस्पताल में यह सुविधा परामर्श एवं इलाज के लिए गरीब मरीजों के लिए काफी सुविधाजनक होगी।
एसएमएस में ये सुविधाएं भी
— कैंसर, हृदय, न्यूरोसर्जरी, न्यूरोलॉजी, प्लास्टिक सर्जरी, सर्जरी, मेडिसिन, नेफ्रोलॉजी, कार्डियोथोरेसिक सर्जरी, ट्रोमा सेंटर में विश्वस्तरीय उपचार
— एसएमएस की बोनमैरो ट्रांसप्लांट इकाई
— जेकेलोन परिसर पूरी तरह वातानुकूलित, बच्चों के लिए किड्स जोन भी, आधुनिक आइसीयू व वेंटिलेटर
— महिला और जनाना अस्पताल में रोजाना करीब सवा सौ प्रसव
— एसएमएस में हो चुके हैं किडनी, लिवर कैडेवर ट्रांसप्लांट
— 200 करोड़ की लागत से 8 मंजिला अंगदान संस्थान बनेगा
— पृथक से ट्रोमा सेंटर
— कैंसर, हृदय, न्यूरोसर्जरी, न्यूरोलॉजी, प्लास्टिक सर्जरी, सर्जरी, मेडिसिन, नेफ्रोलॉजी, कार्डियोथोरेसिक सर्जरी, ट्रोमा सेंटर में विश्वस्तरीय उपचार
— एसएमएस की बोनमैरो ट्रांसप्लांट इकाई
— जेकेलोन परिसर पूरी तरह वातानुकूलित, बच्चों के लिए किड्स जोन भी, आधुनिक आइसीयू व वेंटिलेटर
— महिला और जनाना अस्पताल में रोजाना करीब सवा सौ प्रसव
— एसएमएस में हो चुके हैं किडनी, लिवर कैडेवर ट्रांसप्लांट
— 200 करोड़ की लागत से 8 मंजिला अंगदान संस्थान बनेगा
— पृथक से ट्रोमा सेंटर