राठौड़ ने कहा कि अभी सिर्फ संगठनात्मक बैठकों के लिए दौरे हो रहे हैं। हम अपने परिवार से संपर्क कर रहे हैं। बैठकों के जरिए एक-दूसरे से परिचय हो रहा है। जब चुनाव की घोषणा होगी तो हम चुनाव की रणनीति भी तैयार करेंगे।
प्रदेश प्रभारी के बयान को गलत तरीके से पेश किया गया- राठौड़
गठबंधन की चर्चाओं का जन्म प्रदेश प्रभारी राधा मोहन दास अग्रवाल के एक बयान से हुआ था। राठौड़ ने इस पर कहा कि प्रदेश प्रभारी के बयान को गलत तरीके से पेश किया गया है। उन्होंने कोई गठबंधन की बात नहीं कही थी। दूसरे दल अपना घर संभाले। हम अपना घर खुद संभाल लेंगे। प्रभारी के विरोध प्रदर्शन को लेकर उन्होंने कहा कि काले झंडे दिखाने वालों को हमारे प्रभारी ने माफ कर दिया। काला टीका गाड़ी पर लगना तो शुभ होता है। राजस्थान में कानून व्यवस्था मजबूत है, फिर भी कोई अपराध होता है तो पुलिस सख्त कार्रवाई करेगी। जनप्रतिनिधि जनसेवक बन कर कार्य करें
मदन राठौड़ ने कहा कि जनप्रतिनिधि जनसेवक बन कर कार्य करें। हमारी सरकार ने जो घोषणाएं की है, वह सभी पूरी होंगी। हम लोकतंत्र के पक्षधर हैं। जनप्रतिनिधियों को जनता की बात सुननी चाहिए। रफीक खान के साथ हुई घटना को लेकर उन्होंने कहा कि जन सेवक सेवा भाव से काम करे। उनका काम यदि ठीक ढंग से नहीं हो पाता तो फरियादा उत्तेजित हो जाता है। जनप्रतिनिधि से उचित व्यवहार की उम्मीद की आती है।
हम अधिकारियों की आदत सुधारेंगे
अधिकारियों को नहीं बदलने के एक सवाल पर राठौड़ ने कहा कि जो अधिकारी पुरानी सरकार के समय से ही एक ही विभाग में लगे हुए हैं। हम उनकी आदत सुधारेंगे। अधिकारी कैसा भी हो , उनके स्वभाव में परिवर्तन करना है। कहीं और लगा दिया फिर भी स्वभाव नहीं बदला तो फिर क्या फायदा?