प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा ने भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि पद्मश्री सम्मानित और किसानों के गौरव रहे स्वर्गीय शीशराम ओला के बारे में की गई यह टिप्पणी बेहद शर्मनाक और निंदनीय है। डोटासरा ने एक ट्वीट प्रतिक्रिया में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया को सम्बोधित करते हुए कहा, ‘पूनिया जी, क्या आप भी आपकी पार्टी के इन सज्जन महानुभाव के ऐसे घटिया विचारों से सहमत हैं? आखिर किसान कौम से इतनी नफरत क्यों है भाजपा को ?’
‘किसान विरोध सोच के सबूत नहीं मिटा सकते’
वहीं भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता की ओर से दो में से एक ट्वीट डिलीट करने पर भी डोटासरा में गौरव भाटिया को आड़े हाथ लिया। एक अन्य ट्वीट प्रतिक्रिया में डोटासरा ने लिखा, ‘महोदय पहले वाला ट्वीट तो डिलीट कर दिया, ये वाला करना भूल गए आप। कितने ही ट्वीट डिलीट कर लें, आपकी पार्टी की किसान विरोधी सोच के ऐसे सबूत आप मिटा नहीं सकते।’
सोशल मीडिया पर भी दिख रहा आक्रोश
भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया का स्वर्गीय ओला पर की गई विवादित टिप्पणी से ओला समर्थकों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं में आक्रोश है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शुक्रवार से शुरू हुआ आक्रोश आज शनिवार को भी जारी है। टिप्पणी से नाराज़ लोग भाटिया से सार्वजनिक रूप से माफ़ी मांगने की मांग कर रहे हैं।
माफ़ी मांगे भाजपा प्रवक्ता: कांग्रेस
दिवंगत शीशराम ओला पर अशोभनीय और विवादित टिप्पणी मामले में कांग्रेस नेता नाराज़गी ज़ाहिर कर रहे हैं। पीसीसी चीफ डोटासरा के अलावा पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्क अली टांक और खंडेला विधायक महादेव सिंह खंडेला ने भी विवादित टिप्पणी की निंदा की है। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि पदमश्री से सम्मानित शीशराम ओला के प्रति भाजपा के प्रवक्ता ने जिस प्रकार से अभद्र भाषा का प्रयोग किया है वह निंदनीय और बर्दाश्त से बाहर है। प्रवक्ता और भाजपा पार्टी को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए।
इस बयान और पोस्ट से हुआ विवाद
दरअसल, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया एक टीवी चैनल में मोदी मंत्रिमंडल विस्तार के डिबेट में बतौर भाजपा प्रतिनिधि शामिल हुए थे। इस दौरान अपना पक्ष रखते हुए भाटिया ने तत्कालीन यूपीए सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार और पूर्व केंद्रीय मंत्री दिवंगत शीशराम ओला का उदाहरण देकर टिप्पणी कर डाली।
उन्होंने कहा, ‘जून 2013 में कांग्रेस के मंत्रिमंडल विस्तार में 85 उम्र के शीशराम ओला जी को शामिल गया था। ‘जिनका हिल गया था पुर्जा, उनमें मनमोहन सिंह जी ढूंढ रहे थे ऊर्जा’ हमारे लिए जनता का हित सर्वोपरि है और उसी को ध्यान में रखकर ये मंत्रिमंडल विस्तार किया गया है।’ टीवी डिबेट के इस हिस्से के वीडियो को भाटिया ने बाद में बाकायदा अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल के ज़रिये साझा भी किया।