बैठक खत्म होने के बाद भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि इस मंथन में विष और अमृत दोनों निकले हैं, जो संगठन की मजबूती में काम आएंगे। अमृत देश की जनता और विष कांग्रेस के काम आएगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस राज में प्रदेश में कोई भी सुरक्षित नहीं है, किसान परेशान है। युवा दुखी है। महिलाओं, दलितों और आदिवासियों पर अत्याचार हो रहे हैं।
भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बी एल संतोष, प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह, केन्द्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, कैलाश चौधरी, नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया, उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़, प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, संगठन महामंत्री चन्द्रशेखर, ओम प्रकाश माथुर, अशोक परनामी, अरुण चतुर्वेदी, वासुदेव देवनानी, सांसद सी पी जोशी, दीया कुमारी, सांसद सुमेधानन्द, राज्यवर्धन सिंह राठौड़, विधायक मदन दिलावर, निर्मल कुमावत, राम लाल शर्मा, बिहारी लाल विश्नोई, जोगेश्वर गर्ग, प्रभु लाल सैनी।
काफी चर्चा में रहा था पोस्टर वार दो दिन की चिंतन बैठक में जिस पोस्टर वार से बचने की सलाह दी गई, वो पिछले विधानसभा उपचुनाव से ही काफी चर्चा में है। विधानसभा उपचुनावों में उम्मीदवार के फार्म भरने के समय दो स्थानों पर वसुंधरा राजे की फोटो गायब थी, जिसकी काफी चर्चा हुई थी। इसके बाद भाजपा प्रदेश कार्यालय के बाहर के होर्डिंग में से वसुंधरा राजे की फोटो हट गई थी। हाल ही में भूपेन्द्र यादव की जन आशीर्वाद यात्रा हुई तो यह पोस्टर वार खत्म करने की कोशिश की गई और वसुंधरा राजे की फोटो फिर से पोस्टरों में दिखाई दी। इसको लेकर भी काफी चर्चा हुई थी।