जयपुर। भाजपा विधायक दल की विधानसभा में मंगलवार को हुई बैठक में दो विधायकों ने खुलकर नाराजगी जताई। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की अध्यक्षता में हुई बैठक में एक विधायक ने नगरीय विकास मंत्री की शिकायत की तो दूसरे ने बिजली की दरें बढ़ाने और गांवों में पेयजल उपलब्ध नहीं होने के कारण जनता में आक्रोश की बात कही। बजट सत्र के दौरान सदन में एकजुटता रखने और प्रतिपक्ष के आरोपों का जवाब देने की रणनीति बनाने को लेकर यह बैठक बुलाई गई थी।
बैठक में नाथद्वारा के विधायक कल्याण सिंह चौहान ने कहा कि सरकार के मंत्री विधायकों की नहीं सुनते। उन्होंने कहा, “नगरीय विकास मंत्री राजपाल सिंह शेखावत को फोन करते हैं तो वे उठाते नहीं हैं। फोन उठाते भी हैं तो झल्लाते हैं। सही तरीके से बात भी नहीं करते।” बैठक में शेखावत चुपचाप यह सब सुनते रहे, उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
कोई नहीं सुने तो सीधे बताएं : राजे
इस पर मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा कि मंत्री हो या अधिकारी, उन्हें विधायकों की सुननी चाहिए। उन्होंने विधायकों से यह भी कहा कि कोई मंत्री या अधिकारी उनकी नहीं सुनता है तो वे सीधे उन्हें बताएं।
दो बार कपड़े फाड़ चुके हैं नाराज लोग : खर्रा
श्रीमाधोपुर से विधायक झाबर सिंह खर्रा ने कहा कि राज्य सरकार ने बिजली की दरें बढ़ा दी। उनके विधानसभा क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में पेयजल व्यवस्था गड़बड़ाई हुई है। ट्यूबवैल के बिजली के बिल भरने के लिए राज्य सरकार की ओर से पंचायतों को पैसा नहीं दिया जा रहा। इसके चलते जनता के आक्रोश का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि नाराज लोग दो बार इन मुद्दों पर उनके कपड़े भी फाड़ चुके हैं। इस पर राजे ने पंचायतों को राशि देने का आश्वासन दिया।
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