कांग्रेस सरकार के समय नई लाइन बिछाने के लिए एजेंसी से लोन लेने की कोशिश की गई थी। लेकिन संस्था ने शर्त लगाई कि जब तक बांध में अतिरिक्त पानी रिजर्व नहीं होगा, तब तक लोन देना संभव नहीं है। भाजपा सरकार आने के बाद बांध में पीकेसी- ईआरसीपी परियोजना में नौनेरा बांध से पानी लाने की योजना बनी। 8 टीएमसी अतिरिक्त पानी का आरक्षण होते ही विभाग ने पत्रावली शुरू कर दी।
जलदाय इंजीनियरों के अनुसार, नई लाइन बिछने के बाद लीकेज और लंबे शटडाउन का संकट खत्म हो जाएगा। बांध से अब अतिरिक्त पानी उपलब्ध होगा। जिससे 2054 तक बढ़ते शहर की पेयजल जरूरतें पूरी होंगी। आदर्श पेयजल सप्लाई के हिसाब से 24 घंटे सप्लाई का रास्ता आसान होगा।
- 01 मार्च 2009 को लाइन से सप्लाई शुरू।
- 2023 में पानी बढ़ाते ही लाइन में 8 बार लीकेज हुआ।
- 28 फरवरी 2023 को 80 घंटे बाद नसीब हुआ था जयपुर को पानी।
- 26 अगस्त, 2023 को 45 घंटे बाद मिला था शहर को बीसलपुर का पानी।
- 38 स्कोर वाल्व कभी भी लीक होने की स्थिति में हैं। रिपोर्ट के अनुसार, अभी जैकेटिंग जैसे जुगाड़ से काम चल रहा है।
- इनका कहना है…
- जयपुर शहर की पेयजल व्यवस्था की नई तस्वीर सामने आएगी। इसके लिए बीसलपुर सिस्टम की नई लाइन बिछाने की दिशा में काम शुरू कर दिया है। एजेंसी से लोन लेने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। नई लाइन बिछाने का काम जल्द धरातल पर आएगा। इसके लिए मॉनिटरिंग मेरे स्तर पर की जाएगी। .कन्हैया लाल चौधरी, जलदाय मंत्री