-इस मानसून दो दौर की बारिश में आया करीब 2.84 मीटर पानी
-त्रिवेणी नदी बह रही 3.80 मीटर की ऊंचाई पर
-भीलवाड़ा और चित्तौड़ की बारिश का आता है बांध में पानी
-जयपुर और अजमेर के पानी में नहीं होगी राशनिंग
-जलस्तर 313 आरएल मीटर से ऊपर पहुंचने की उम्मीद
-सितंबर की बारिश भर रही है बीसलपुर बांध
-बांध की कुल भराव क्षमता है 315.50 आरएल मीटर
-त्रिवेणी नदी बह रही 3.80 मीटर की ऊंचाई पर
-भीलवाड़ा और चित्तौड़ की बारिश का आता है बांध में पानी
-जयपुर और अजमेर के पानी में नहीं होगी राशनिंग
-जलस्तर 313 आरएल मीटर से ऊपर पहुंचने की उम्मीद
-सितंबर की बारिश भर रही है बीसलपुर बांध
-बांध की कुल भराव क्षमता है 315.50 आरएल मीटर
जयपुर। Bisalpur: बीसलपुर बांध की पेयजल आपूर्ति से जुड़े लाखों लोगों के लिए बड़ी खबर है। बांध का जलस्तर बुधवार को 312 आरएल मीटर पहुंंच गया है। त्रिवेणी नदी 3.80 मीटर की ऊंचाई पर बह रही है। जलस्तर 312 आरएल मीटर पहुंचते ही जयपुर और अजमेर सहित अन्य स्थानों को पेयजल कटौती से निजात मिल गई। जलदाय विभाग को उम्मीद है कि अगले एक सप्ताह तक त्रिवेणी लगातार चलेगी और यदि भराव क्षेत्र में बारिश होती रही है तो बीसलपुर का जलस्तर 313 आरएल मीटर को भी पार कर जाएगा।
इस मानसून आया 2.84 मीटर पानी जल संसाधन विभाग के अनुसार जुलाई में मानसून की बारिश शुरू होने से पहले बांध का जलस्तर 309.36 आरएल मीटर पर था। उसके बाद पहले दौर की बारिश में जलस्तर 310.82 आरएल मीटर तक पहुंच गया। बीच में मानसून कमजोर पड़ने के बाद जलस्तर 310.58 आरएल मीटर पर आ गया। दूसरे दौर की बारिश की शुरूआत के साथ ही 3 सितंबर को जलस्तर में बढ़ोतरी शुरू हो गई थी। 29 सितंबर को जलस्तर 312 आरएल मीटर को पार कर गया। जल संसाधन विभाग की माने तो इस मानसून अब तक करीब 2.84 आरएल मीटर पानी की आवक हो चुकी है।
सितंबर की झमाझम ने दी सौगात राजस्थान में सितंबर की बारिश कई पुराने रेकार्ड तोड़ रही है। मानसून की बारिश इसी तरह चलती रही तो विदाई से पहले बीसलपुर को चादर चलने का तोहफा मिल सकता है। बांध में भराव की बात करें तो कुल भराव क्षमता 315.50 आरएल मीटर है और वर्तमान जलस्तर 312 आरएल मीटर पर आ गया है। पिछले सप्ताह ही बांध का जलस्तर 311.50 आरएल मीटर पर आने के बाद जलदाय विभाग ने कहा था कि बांध में 12 माह के पानी का इंतजम हो गया है।
इसलिए करनी पड़ी थी कटौती बीसलपुर बांध में पानी की कम आवक के चलते जलदाय विभाग ने 3 सितंबर से बांध से 5 प्रतिशत कटौती शुरू कर दी थी। जयपुर को मिल रहे 480 एमएलडी की जगह 440 एमएलडी कर दिया था। उस दौरान बांध की स्थिति को देखते हुए जलदाय विभाग के अधिकारियो ने कहा था कि वर्ष 2018 में भी बांध पर ऐसे ही हालात बने थे और बांध का जलस्तर 310.65 मीटर के आसपास था। उस दौरान भी बांध में पानी की ज्यादा आवक नहीं हो सकी थी, लिहाजा जलदाय विभाग को जयपुर और अजमेर की पेयजल आपूर्ति में कटौती करनी पड़ी थी।
पांच बार चली चादर बीसलपुर बांध पर अब तक पांच बार चादर चल चुकी है और इस बार भी चादर चलने का इंतजार शुरू हो गया है। बता दें कि बांध का कुल जलस्तर 315.50 मीटर है। जल संसाधन विभाग की माने तो वर्ष 2004 में पहली बार चादर चली थी। उसके बाद वर्ष 2006, 2014, 2016 और वर्ष 2019 में चादर चली थी। पिछली बार चादर चलने के दौरान जल संसाधन विभाग को बांध के सभी गेट खोलने पड़े थे। करीब 20 दिन तक बांध से पानी बाहर निकाला गया था।