25 साल बाद छलक पड़ा अरवड़ बांध बारिश के चलते मानसी नदी पर बने 24 फीट भराव क्षमता वाले भीलवाड़ा के अरवड़ बांध पर चादर चलने लगी। क्षेत्र के सबसे बड़े बांध पर 25 साल बाद चादर चलने से लोगों में खुशी का महौल पैदा हो गया। अरवड़ बांध पर आज सुबह से ही तीन फीट की चादर चल रही है। जिसके बाद बांध के आस-पास लोगों की भीड़ काफी दिखाई दे रही है। इस दौरान कई लोग मौसम का लुफ्त उठाते नजर आए तो कई लोग सेल्फी खीचते हुए नजर आए।
गनोड़ा माहीडेम के 6 गेट और सोम कमला आम्बां बांध के 2 गेट खोलने के बाद सोम, माही और जाखम नदियों के उफान के चलते बेणेश्वरधाम टापू में तब्दील रहा। धाम को जोडऩे वाले तीनों पुलों पर पानी की चादर चलने से वालाई, साबला और गनोड़ा से सम्पर्क टूट गया। वहीं तीसरे दिन शनिवार को पुलों से पानी नहीं उतरने से धाम पर 25 लोग फंसे रहे। इस नजारे को ड्रोन के जरिए कैमरे में कैद किया गया।
राजसमंद जिले के नाथद्वारा क्षेत्र के बाघेरी नाका बांध डेढ़ फीट की चादर चल रही है साढे 32 फीट की कुल भराव क्षमता वाले इस बांध में एक ही दिन में करीब साढ़े 14 फीट पानी आया.. जिससे बांध के लबालब होने के बाद आज दिनभर डेढ़ फिट की चादर चल रही है.. बांध के लबालब होने के बाद इसे देखने दिन भर लोगों का भी तांता लगा हुआ है। वही सुरक्षा की दृष्टि से मौके पर बागेरी नाका के एक्सईएन सहायक अभियंता समेत अधिकारी मौके पर मौजूद है।