बीसलपुर बांध के छह गेट अब भी खुले हैं। गेट संख्या 7 से 12 का खोलकर प्रति सेंकेंड 24040 क्यूसेक पानी की निकासी बनास नदी में हो रही है। चार गेट आधा- आधा मीटर और दो गेट एक. एक मीटर उंचाई तक खोलकर पानी की निकासी की जा रही है। बंध के कैचमेंट एरिया में लगभग 23 हजार क्यूसेक पानी की आवक हो रही है। बांध की कुल जलभराव क्षमता 315.50 आरएल मीटर पर जलस्तर मेंटेन होने के बाद आवक हो रही पानी की मात्रा को बनास नदी में छोड़ा जा रहा है। बीसलपुर बांध छलकने पर इस बार जहां जयपुर, अजमेर और टोंक जिलों को पेयजल के लिए भरपूर पानी मिलने वाला है वहीं बांध क्षेत्र के नजदीक बसे किसानों में सिंचाई के लिए मिलने वाले पानी को लेकर खुशी है।
डेढ़ लाख हैक्टेयर से ज्यादा भूमि में खेती बीसलपुर बांध का जलभराव क्षेत्र 25 किमी है जिसमें से कुल 21 हजार 30 हैक्टेयर भूमि जलमग्न रहती है। बांध से टोंक जिले में सिंचाई के लिए दायीं व बायीं दो मुख्य नहरों से सिंचाई के लिए बांध से पानी छोड़ा जाता है। दायीं नहर की लंबाई 51 व बायीं नहर की लंबाई 18.65 किमी है। जिनसे टोंक जिले की 81 हजार 800 हैक्टेयर भूमि और दायीं मुख्य नहर से 69 हजार 393 हैक्टेयर व बायीं से 12 हजार 407 हैक्टेयर भूमि पर कृषि कार्य होता है।