जल संसाधन विभाग के अधिकारियों के अनुसार जितना पानी बांध से बह गया उससे जयपुर,अजमेर और टोंक के लिए 2 साल तक पेयजल जरूरतें पूरी की जा सकती थीं। जल संसाधन विभाग ने सिचाई भवन में स्थापित किया गया बाढ नियंत्रण कक्ष भी बंद कर दिया।
Rajasthan:
इस बार बना था अनोखा रिकॉर्ड
बीसलपुर बांध इससे पहले छह बार लबालब हो चुका है। लेकिन हर बार इसके गेट अगस्त में ही खोले गए थे। लेकिन इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि सितंबर में इसके गेट खोले गए हैं। बांध के इतिहास में सितंबर में पहली बार गेट खोले जाना अपने आप में अनोखा रिकॉर्ड बना। गौरतलब है कि बीसलपुर बांध के वर्ष 2022 में सर्वाधिक गेट खोले गए थे। बांध की भराव क्षमता 315.50 आरएल मीटर है। ऐसे में बांध अपनी क्षमता का लगभग 100 फीसदी भरा हुआ है।