चर्चा है कि
किरोड़ी मीणा पद से कभी भी इस्तीफा दे सकते हैं। वे लोकसभा चुनाव परिणाम आने के पहले से ही सचिवालय स्थित अपने दफ्तर नहीं जा रहे। सरकारी गाड़ी का भी इस्तेमाल नहीं कर रहे। दफ्तर नहीं जाने से विभाग के जरूरी कामकाज को लेकर भी निर्णय नहीं हो पा रहे। उधर, किरोड़ी लाल मीणा इस मामले को लेकर मीडिया से भी दूरी बनाए हुए हैं और कुछ भी बोलने से बच रहे हैं।
नाराजगी की मूल वजह यह बताई जा रही
सूत्रों के मुताबिक किरोड़ी लाल मीणा उन्हें मिली जिम्मेदारी वाली कुछ लोकसभा सीटें हारने के चलते इस्तीफा देने के पहले बयान दे चुके हैं। लेकिन असल वजह कुछ और भी है। बताया जा रहा है कि उन्हें मंत्रिमंडल में न तो मनचाहा पद मिला और न ही छोटे भाई जगमोहन मीणा को लोकसभा का टिकट। वे जगमोहन मीणा के लिए दौसा से लोकसभा टिकट की मांग कर रहे थे।