इस प्रकार राजस्थान की राजधानी जयपुर में ऑर्गन ट्रांसप्लांट की फर्जी एनओसी जारी करने से शुरू हुई जांच अब मानव अंगों को खरीदने-बेचने तक पहुंच गई है। अब इस केस की पुख्ता जांच-पड़ताल करने गुरुग्राम पुलिस जयपुर पहुंच चुकी है। गुरुवार को पुलिस की टीम ने कार्रवाई करते हुए जयपुर फोर्टिस और ईएचसीसी हॉस्पिटल के सभी ऑर्गन ट्रांसप्लांट से संबंधित कागज जब्त कर लिए हैं।
जयपुर पुलिस भी एक्शन में
गुरुग्राम पुलिस के एक्टिव होने के बाद अब जयपुर पुलिस भी एक्शन में दिखाई दे रही है। दोनों अस्पतालों के कागजात जब्त कर कार्रवाई शुरू कर दी गई है। बता दें कि इस मामले में जयपुर पुलिस ने जवाहर सर्किल थाने में सामान्य धाराओं में केस दर्ज किया है। अब अस्पताल के हॉक्टरों से बातचीत कर इस मामले में और जानकारी इकट्ठी की जा रही है।
यह है पूरा मामला
एसीबी ने एसएमएस अस्पताल में 31 मार्च को सहायक प्रशासनिक अधिकारी गौरव सिंह और ईएचसीसी हॉस्पिटल के ऑर्गन ट्रांसप्लांट को-ऑर्डिनेटर अनिल जोशी को लेनदेन करते रंगे हाथ पकड़ा था और सस्पेंड कर दिया गया था। पुलिस ने मौके पर 70 हजार रुपए और 3 फर्जी एनओसी लेटर भी जब्त किए हैं।
दरअसल गुरुग्राम पुलिस के पास इस बात का पुख्ता सबूत है कि अस्पताल में ऑर्गन ट्रांसप्लांट फर्जी एनओसी द्वारा किया गया। गुरुग्राम पुलिस द्वारा जब्त किए गए दस्तावेज की जांच जयपुर पुलिस द्वारा की जा रही है। फिलहाल दोनों ही अस्पतालों के मैनेजमेंट ने ऑर्गन ट्रांसप्लांट से जुड़े हुए डॉक्टर, बैंक ऑफिस स्टाफ को हटा दिया है।