माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की एक-एक गारंटी पूरा करने की बात कहकर लोगों से पेट्रोल-डीजल सस्ता करने के लिए किए गए वादे को जल्द पूरा करने का संकेत दिया है। उम्मीद की जा रही है कि लेखानुदान के समय 8 फरवरी को या उससे पहले इस बारे में कोई घोषणा हो सकती है। अधिकारियों ने मुख्यमंत्री के सामने रखे विश्लेषण में पेट्रोल-डीजल पर पड़ोसी राज्यों के समान वैट करने से प्रदेश के राजस्व में आने वाली कमी, प्रदेशवासियों की जेब को होने वाले लाभ और प्रदेश में इनकी बिक्री में संभावित बढ़ोतरी सहित अन्य पहलुओं को लेकर पूरा पक्ष रखा है।
वर्तमान में प्रदेश में पेट्रोल उत्तरप्रदेश, हरियाणा और गुजरात से 12 रुपए तथा डीजल पडोसी राज्य हरियाणा से करीब साढ़े चार रुपए महंगा है। इन पड़ोसी राज्यों के समान दरें घटाने पर प्रदेश को सीधे तौर पर तो करीब सवा पांच सौ करोड़ रुपए का राजस्व कम मिलेगा, लेकिन दरों में कमी आने पर पेट्रोल-डीजल की प्रदेश में बिक्री बढ़ने से सरकार को राजस्व का फायदा मिलने की उम्मीद भी है।
पीएम मोदी ने चुनावी सभाओं में कहा था….राजस्थान में पेट्रोल-डीजल बहुत अधिक महंगा है, सरकार आई तो इसकी समीक्षा कर रेट कम करेंगे।
कांग्रेस कहती रही- केन्द्र पेट्रोल-डीजल पर एक्साइज ड्यूटी भी कम करे, ग्लोबल मार्केट में पेट्रोल-डीजल सस्ते हो गए हैं इसका जनता को भी लाभ मिले।
राजस्थान में पेट्रोल-डीजल के दाम होंगे कम, केंद्रीय राज्यमंत्री ने दिए संकेत
प्रदेश में पेट्रोल-डीजल का गणित…..
उत्तरप्रदेश, गुजरात व हरियाणा से करीब 12 रुपए प्रति लीटर महंगा है पेट्रोल
गुजरात से 1.55, यूपी से 3.91 व हरियाणा से 4.32 रुपए प्रति लीटर तक महंगा है डीजल
पेट्रोल 12 रुपए सस्ता होने पर राजस्व सालाना 3240 करोड़ रुपए कम होगा
डीजल 4.30 रुपए सस्ता होने पर राजस्व सालाना करीब 3000 करोड़ रुपए कम होगा