एसीबी की जांच में पाया गया कि मुनेश ने अपने पति सुशील गुर्जर के कहने पर पट्टों पर दस्तखत करने का कार्य पेंडिंग रखा। परिवादी सुधांशु सिंह ने 12 सितंबर को बताया कि मुनेश ने राजीव शर्मा के पट्टे की फाइल निकालने के लिए एक लाख रुपए की मांग की थी। उन्होंने 50 हजार रुपए अपने पति सुशील और अनिल कुमार दुबे की मौजूदगी में लिए।
इस मामले में मुनेश के दो मोबाइल फोन, रिश्वत राशि का सत्यापन और अन्य सामग्री विधि विज्ञान प्रयोगशाला में भेजी गई है। एफएसएल रिपोर्ट आने पर इसे पेश किया जाएगा।