घायल सिंघावली रूपवास निवासी 36 वर्षीय मनोज कुमार कुशवाह पुत्र नाहर सिंह है। जिसे इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया है। वारदात के कई घंटों बाद भी मनोज की आंखों में खौफ बरकरार था। मनोज इस तरह डरा हुआ था कि घरवालों को अपने पास ही बैठा रखा था। उसने इस जघन्य हत्याकांड की आंखों देखी बताई।
मनोज ने बताया कि वह गुजरात से जयपुर पहुंचा था, जहां से रोडवेज बस में सवार होकर भरतपुर आ रहा था। आमोली टोल प्लाजा से निकलते ही अचानक चार-पांच लोग बस में घुसे, अचानक गोलियों की तड़तड़ाहट की आवाज होने लगी, मैं पुलिसकर्मियों के पीछे ही बैठा था। मैं उठा ही था कि एक गोली मेरे पीछे जा लगी। मुझे तो मैं तो कुछ देर में मरने वाला हूं।
बदमाश तो कुछ मिनटों के अंदर बस से बाहर निकल गए, लेकिन बस में इस कदर चीख पुकार और भगदड़ मच गई कि लोग खिड़कियों से कूदकर भागने लगे। मैं तो मौत को साक्षात देख चुका था, लेकिन मेरे बच्चे, पत्नी व माता-पिता की दुआओं ने मुझे आज जिंदा रखा है। रोडवेज बस में करीब 55 सवारियां थी।