उद्योग मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने प्रेसवार्ता में इन्वेस्टमेंट समिट से जुड़ी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बड़ी कंपनियों से एमओयू किया जा रहा है, ताकि उनके प्रोजेक्ट धरातल पर उतरने से पहले ही उन्हें यहां संबंधित उद्योग के लिए कुशल श्रमिक मिल सके। इन कंपनियों में प्रदेश के युवाओं को ट्रेनिंग दी जाएगी, जिसका उन्हें पारिश्रमिक भी मिलेगा।
कांग्रेस राज में जमीनें बिकी, इंडस्ट्री नहीं लगी
उद्योग मंत्री राठौड़ ने बताया कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में जमीनें तो बिकी, लेकिन इंडस्ट्री एक भी नहीं लगी। गहलोत सरकार ने अपने कार्यकाल के चौथे साल में केवल सुर्खियां बटरोने के लिए समिट आयोजित की। रीको की जमीनें बेच-बेचकर पैसा बनाया। जमीनों को ऊंचे दाम में नीलाम किया। इससे उन जमीनों को खरीदने वालों ने उद्योग न लगाकर उसे रियल एस्टेट में इस्तेमाल किया। यह भी पढ़ें