फोन आया… कलक्टर साहब, ACB आपको घेर रही है… आखिर किसने लीक की सूचना
वसुंधरा राज में लगा था ये आरोप
तथ्यों के अनुसार 3 दिसम्बर 2014 को तत्कालीन वसुंधरा राजे सरकार के समय एकल पट्टा प्रकरण में एसीबी ने मामला दर्ज किया। एसीबी ने इस मामले में तत्कालीन आईएएस अधिकारी जीएस संधू, तत्कालीन आरएएस अधिकारी निष्काम दिवाकर, तत्कालीन जोन उपायुक्त ओंकारमल सैनी, लाभार्थी शैलेन्द्र गर्ग व दो अन्य को गिरफ्तार भी किया। एसीबी ने शांति धारीवाल से भी पूछताछ की। कांग्रेस के सत्ता में आने पर इस मामले में तीन क्लोजर रिपोर्ट पेश कर सभी को क्लीन चिट दे दी गई, अब भजनलाल सरकार ने भी सभी को क्लीन चिट दी हैं।एसीबी कोर्ट ने खारिज की थी चार्जशीट को वापस लेने की अर्जी
उल्लेखनीय है कि एसीबी कोर्ट ने आरोपियों के खिलाफ दायर चार्जशीट को वापस लेने की अर्जी को खारिज़ कर दिया। अपील पर 17 जनवरी 2023 को हाईकोर्ट ने तत्कालीन अधिकारियों के खिलाफ केस वापस लेने के राज्य सरकार के निर्णय को सही ठहराया, वहीं परिवादी रामशरण सिंह की मृत्यु के बाद उनके बेटे सुरेन्द्र सिंह ने भी केस वापस लेने की सहमति दे दी।यह भी पढ़ें