बता दें कि इस योजना के तहत 10 से 45 साल तक की महिलाओं और बालिकाओं को निशुल्क सेनेटरी नैपकिन उपलब्ध कराया जाता है। बता दें कि अब तक गहलोत राज की 11 योजनाओं के नाम बदले जा चुके है।
इन योजनाओं के बदले जा चुके नाम
इससे पहले भजनलाल सरकार ने सत्ता में आते ही चिरंजीवी स्वास्थ्य योजना का नाम बदलकर मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य योजना कर दिया था। बीजेपी राज में इंदिरा रसोई योजना का नाम बदलकर अन्नपूर्णा रसोई, इंदिरा गांधी शहरी रोजगार गारंटी योजना का नाम बदलकर मुख्यमंत्री शहरी रोजगार गारंटी योजना, मुख्यमंत्री बाल गोपाल योजना का नाम बदलकर पन्नाधाय बाल गोपाल योजना किया गया। वहीं, राजीव गांधी छात्रवृत्ति योजना का नाम बदलकर स्वामी विवेकानंद छात्रवृत्ति योजना, राजीव गांधी जल स्वावलंबन योजना का नाम बदलकर मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन योजना और मुख्यमंत्री वरिष्ठ नागरिक तीर्थ योजना का नाम बदलकर पंडित दीनदयाल उपाध्याय वरिष्ठ नागरिक योजना किया गया।
इन तीन योजनाओं को किया मर्ज
इसके अलावा इंदिरा महिला शक्ति उड़ान, इंदिरा महिला शक्ति जागरूकता शिक्षा कार्यक्रम और इंदिरा महिला एवं बाल विकास शोध संस्थान योजना को मर्ज करके कालीबाई भील संबल योजना नाम रखा गया।