कैबिनेट की बैठक के बाद प्रेसवार्ता में जयपुर मेट्रो फेज 2 और मेट्रो फेज 3 को गति मिलने की बात कही गई है। इसके अलावा आरएसी कॉन्स्टेबल और मेवाड़ भील कोर के भर्ती नियमों भी संशोधन किया गया है।
जेवी कंपनी को मिलेगी मेट्रो की जिम्मेदारी
प्रेसवार्ता में मंत्री जोगाराम पटेल ने बताया कि जयपुर मेट्रो फेज 2 और मेट्रो फेज 3 को गति मिलेगी। वहीं, मेट्रो रेल के विकास में तेजी लाने के उद्देश्य से केन्द्र सरकार के साथ 50-50 संयुक्त उद्यम कम्पनी अब केन्द्रीय आवासन एवं शहरी कार्य मंत्रालय के सुझाव पर राज्य सरकार और केन्द्र सरकार के मध्य स्थापित की जाएगी। राज्य मंत्रिमंडल द्वारा पूर्व में केन्द्र सरकार और वर्तमान जेएमआरसी के बीच संयुक्त उद्यम कम्पनी बनाने के प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया था। कैबिनेट के अनुमोदन के पश्चात अब केन्द्र सरकार को पुनः विस्तृत प्रस्ताव भिजवाया जाएगा और जेवी कम्पनी को मूर्त रूप दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रदेश की निर्माणाधीन एवं भविष्य की सभी मेट्रो रेल परियोजनाओं को इस जेवी के माध्यम से लागू किया जाएगा। राज्य की वर्तमान और भविष्य की सभी मेट्रो रेल परियोजनाओं का निर्माण, संचालन और रखरखाव का अधिकार नई जेवी कंपनी के पास होगा।
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फेज-2 में यहां चलेगी मेट्रो
आपको बता दें, जयपुर में फेज-वन अभी मानसरोवर से बड़ी चौपड़ तक है जिसको दोनों तरफ से आगे बढ़ाए जाने का काम चल रहा है। फेज-2 के तहत सीतापुरा से अंबाबाड़ी तक मेट्रो चलाया जाना प्रस्तावित है, लेकिन अब इसे अंबाबाड़ी से आगे बढाकर विद्याधर नगर होते हुए विश्वकर्मा रोड नंबर 14 तक किया सकता है। हालांकि, आज हुई कैबिनेट बैठक में जयपुर मेट्रो फेज 2 और मेट्रो फेज 3 को लेकर पूरी जानकारी नहीं दी गई है। इधर, मेट्रो के सीएमडी और प्रमुख सचिव वैभव गालरिया ने आज शनिवार को ही जयपुर मेट्रो के दूसरे फेज की डीपीआर को लेकर मंजूरी दी। केन्द्र ने डीपीआर का पूरा खर्च वहन करने की मंजूरी दी। इसके लिए जयपुर मेट्रो ने अगस्त मध्य में केन्द्र सरकार को प्रस्ताव भेजा था। केन्द्रीय शहरी कार्य व आवासन मंत्रालय ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दी।
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