बेनीवाल ने पत्र में कहा कि अभ्यर्थियों के अनुसार पेपर तैयार करने वाली प्रिंटिंग प्रेस की भूमिका भी संदिग्ध है, जिसकी जांच वर्तमान में चल रही है। ऐसे में उक्त तमाम कारणों से इस समय परीक्षा का आयोजन करना ठीक नहीं है। बेनीवाल ने अपने पत्र में उल्लेखित करते हुए कहा कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने भी चुनाव से पूर्व प्रेस वार्ता करके कहा था की भाजपा सरकार बनने पर आरपीएससी को भंग करेंगे। ऐसे में यदि किसी भी परीक्षा के आयोजन से पूर्व आरपीएससी जैसी संस्था की गरिमा को पुन: बनाने के लिए राजस्थान लोक सेवा आयोग को भंग करके उसका पुनर्गठन नही किया जाता है तो सरकार की कथनी और करनी पर राज्य का युवा सवाल खड़ा करेगा।