Balmukund Acharya and Kirodi Lal Meena
Hijab Controversy in Jaipur : हिजाब को लेकर जयपुर में एक बड़ा विवाद हो गया। 27 जनवरी के एक स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में हवामहल विधायक बालमुकुंदाचार्य बोले थे कि एक स्कूल में दो ड्रेस कोड क्यों है? हवामहल विधायक बालमुकुंदाचार्य ने स्कूल में प्रिंसिपल से पूछा था कि यहां दो प्रकार की ड्रेस पहनने का प्रावधान है? तब उन्होंने कहा कि मानते ही नहीं हैं। छोटी बच्चियां हिजाब व बुर्के में थीं। स्कूल में सभी के लिए नियम एक होने चाहिए। हमारी बच्चियां भी अलग-अलग ड्रेस पहनकर स्कूल जाएंगी। राजनीति करने वाले लोग माहौल बना रहे हैं। मदरसों में तो जाकर नहीं बोला कि वहां की ड्रेस बदल दो, लेकिन स्कूल का नियम है तो उसे सबको मानना चाहिए।
इस पर प्रतिबंध लगना चाहिए – किरोड़ी लाल मीणाहिजाब को लेकर कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने भी कहा कि इस पर प्रतिबंध लगना चाहिए। हिजाब पर कितने देशों मे प्रतिबंध है। यहां तक कि मुस्लिम देशों में भी हिजाब और बुर्के पर प्रतिबंध है। ऐसे में अपने देश में तो यह होना ही नहीं चाहिए। हिजाब और बुर्का तो जो आक्रमणकारी आए थे, उनकी देन है। इस पर प्रतिबंध लगना चाहिए।
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Pariksha Pe Charcha : अभिभावकों को किरोड़ी लाल मीणा ने चेताया, कहा – पीएम मोदी की सीख मानेंबालमुकुंद की सफाईहवामहल विधायक बालमुकुंद के इस बयान के बाद सैकड़ों स्कूली छात्रा जयपुर की सड़कों पर उतर आए और उन्होंने विधायक बालमुकुंद आचार्य को अपने बयान के लिए माफी मांगने की मांग की। इस प्रकरण में बालमुकुंद आचार्य ने एक वीडियो जारी कर सफाई देते हुए कहा वह सिर्फ स्कूल में जानकारी लेना चाहते थे। मैंने तो स्कूल से ड्रेस के बारे मे पूछा था। क्या सरकारी स्कूलों में भी दो अलग-अलग ड्रेस का प्रावधान है? स्कूलों में अगर ड्रेस कोड लागू है तो इसे क्यों नहीं माना जाता है। ऐसे में कुछ बच्चे तो लहंगा-चुनरी पहन कर भी स्कूल पहुंच जाएंगे।
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