कलशयात्रा में लाखों स्त्री-पुरुष शामिल होने की संभावना
स्वामी सौरभ राघवेन्द्राचार्य ने बताया कि आयोजन की तैयारियां शुरू हो चुकी है। अपने आप में यह विशेष कार्यक्रम होगा। दस मई को भूमि पूजन, ध्वज पूजन कार्यक्रम होगा। 29 मई को सुबह आठ बजे लवाजमे के साथ कलशयात्रा निकाली जाएगी। पुष्प-वर्षा कर स्वागत के साथ ही हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा होगी।
विश्व स्तरीय मोटिवेशनल स्पीकर एवं भजन गायकों प्रस्तुति देंगे
कलशयात्रा में महिलाएं अपने सिर पर कलश धारण कर मंगल गीत गाते हुए तो वहीं पुरुष हाथों में लाल कपड़े में श्रीफल लपेटे हुए होंगे जिन्हें लेकर वे यज्ञ स्थल तक जाएंगे और अपनी मनोकामना पूर्ण होने की अर्जी लगाएंगे। आयोजन के लिए धार्मिक सामाजिक एवं व्यवसायिक संगठनों का सहयोग रहेगा। विश्व स्तरीय मोटिवेशनल स्पीकर एवं भजन गायकों प्रस्तुति देंगे। कार्यक्रम में रोजाना पांच से छह लाख लोगों के आने का दावा किया है। इस मौके पर समाजसेवी पवन गोयल, जेडी माहेश्वरी, विजय कौशिक, गब्बर कटारा, सुभाष गोयल, सचिन गुप्ता सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
एयरपोर्ट से आयोजन स्थल तक बनेंगे 108 स्वागत द्वार
स्वामी सौरभ ने बताया कि बागेश्वरधाम सरकार को एयरपोर्ट से पुष्पवर्षा करते हुए आयोजन स्थल तक लाया जाएगा। सैकड़ों लोग अपनी गाड़ियों में भगवा ध्वज हाथों में लहराते हुए और बालाजी के जयकारे लगाते हुए चलेंगे। कुल 108 भव्य स्वागतदार बनेंगे। कार्यक्रम संयोजक राजेन्द्र खंडेलवाल ने बताया कि आयोजन के दौरान 108 कुंडीय श्रीराम महायज्ञ होगा। इसमें एक कुंड पर तीन यजमान जोड़े बैठेंगे। गोविंद शर्मा ने बताया कि एक दिवसीय दिव्य दरबार भी लगेगा जिसमें श्रद्धालुओं की हर तरह की समस्याओं का निराकरण बागेश्वरधाम सरकार द्वारा पर्ची के माध्यम से किया जाएगा। यह होगा खास
- दो लाख 93 हजार स्कवायर फीट का जर्मन डोम दिल्ली की टीम करेगी तैयार
- कोलकाता से आएंगे सजावट के लिए फूल, दिल्ली से झांकियों के आएगे कलाकार
- रोजाना बनेगा चार लाख से अधिक लोगों का भंडारा, रहने से लेकर हर एक सुविधा भी होगी आयोजन स्थल पर तैयार टेंट सिटी में
- भक्तों के लिए वाहन पार्किंग की व्यवस्था दरबार स्थल से पांच किलोमीटर पहले की जाएगी।
- 10 हजार कार्यकर्ता संभालेंगे व्यवस्था
- पं. धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ठहराव स्थल से वीआईपी रास्ते से पहुंचेंगे 1 किमी.की दूरी पर सीधे पंडाल स्थल
- आमजन और वीआईपी मेहमानों के लिए अलग-अलग रहेगी प्रवेश व्यवस्था