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नकद राशि और शराब की जब्ती को देते हैं महत्व
मतदाताओं को लुभाकर चुनाव को प्रभावित करने में नकद राशि और शराब की सबसे अधिक भूमिका रहती है। इस तथ्य के दृष्टिगत राजस्थान निर्वाचन विभाग ने अवैध वस्तुओं की धरपकड़ में नकदी और शराब की जब्ती को अधिक महत्व देते हुए जिलों की रैंकिंग की। भारत निर्वाचन आयोग ने राजस्थान की इस “वेटेड रैंकिंग” की पहल की प्रशंसा की है। इस रैंकिंग के अनुसार, दौसा जिला प्रथम, नागौर दूसरे और अलवर तीसरे स्थान पर हैं। दौसा जिले में कुल 21.89 करोड़ रुपए मूल्य की वस्तुओं की जब्ती हुई है। नागौर में 14.51 करोड़ रुपए और अलवर जिले में 13.52 करोड़ रुपए की अवैध नकदी और वस्तुएं पकड़ी। यह भी पढ़ें