बता दें, बजट सत्र के पहले दिन, 31 जनवरी को ही विधानसभा में बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक आयोजित होगी। इस बैठक में बजट सत्र का कार्यक्रम तय किया जाएगा और बजट पेश करने की तारीख भी घोषित होगी।
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अभिभाषण पर बहस और जवाब
मालूम हो कि राज्यपाल हरिभाऊ बागड़े का यह विधानसभा में पहला अभिभाषण होगा। उनके अभिभाषण में सरकार की उपलब्धियों, आगामी योजनाओं और नीतियों का जिक्र होगा। बजट सत्र के इस कार्यक्रम पर पूरे प्रदेश की नजरें टिकी हुई हैं, खासकर आम जनता को बजट से काफी उम्मीदें हैं। दरअसल, राज्यपाल के अभिभाषण के बाद 3 से 6 फरवरी तक इस पर सदन में चर्चा होगी। मुख्यमंत्री 6 फरवरी को इस बहस का जवाब देंगे। सूत्रों के अनुसार, विधानसभा सत्र बुलाने की फाइल पहले ही कैबिनेट से मंजूर होकर राजभवन पहुंच चुकी है। राज्यपाल की मंजूरी के बाद विधानसभा सचिवालय से अधिसूचना जारी की जाएगी। इसके बाद सभी विधायकों को भी औपचारिक सूचना भेजी जाएगी।
पक्ष और विपक्ष के बीच होगी टक्कर
बताते चलें कि इस बार बजट सत्र में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच जोरदार मुकाबला देखने को मिल सकता है। कांग्रेस ने सरकार को बिजली संकट, किसानों के मुद्दे, और सरकार के हालिया फैसलों पर घेरने की तैयारी कर रखी है। विपक्ष इन मुद्दों को लेकर सरकार पर हमला बोलेगा। इसके अलावा जिले और संभाग समाप्त करने के फैसले सबसे ज्यादा विरोध होगा। वहीं इंग्लिश मीडियम स्कूलों की समीक्षा करने के फैसले का भी कांग्रेस विरोध कर सकती है। साथ ही कांग्रेस विधायक मुकेश भाकर के सस्पेंड होने का मुद्दा फिर से उठाया जा सकता है। वहीं, सत्ता पक्ष भी बजट को लेकर कमर कस रहा है, क्योंकि राज्य का यह बजट पहली बार पूर्णत: पेश किया जाएगा, इसलिए यह जनहितकारी और लोकलुभावन हो सकता है। बजट में किसानों, युवाओं, और महिलाओं के लिए कई बड़े ऐलान होने की संभावना है।