छात्रसंघ चुनाव करवाए जाने की मांग को लेकर राजस्थान विश्वविद्यालय में छात्रों की छह दिन से जारी भूख हड़ताल शुक्रवार को समाप्त हो गई। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) सांसद हनुमान बेनीवाल भूख हड़ताल पर बैठे छात्रों से मिलने पहुंचे। उन्होंने छात्रों को जूस पिलाकर भूख हड़ताल खत्म करवाई। भूख हड़ताल समाप्त होने के बाद 22 छात्रों के प्रतिनिधिमंडल को सचिवालय में वार्ता के लिए ले जाया गया। जहां पर उच्च शिक्षा विभाग के शासन सचिव भवानी सिंह देथा को प्रतिनिधिमंडल ने ज्ञापन देकर छात्रसंघ चुनाव करवाए जाने की मांग की। देथा ने न्यू शिक्षा नीति के चलते छात्रसंघ चुनाव करवाने पर असमर्थता जताई। इस पर प्रतिनिधिमंडल वार्ता बीच में छोड़कर आ गया। इसके बाद छात्रों ने धरना जारी रखने का निर्णय लिया है। राजस्थान विश्वविद्यालय के विवेकानंद मैदान में छात्रों का धरना छात्रसंघ चुनाव करवाए जाने तक अनिश्चित काल तक जारी रहेगा।
छात्र राजनीति को आगे नहीं बढ़ने देना चाहते सीएमइससे पूर्व राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी सांसद हनुमान बेनीवाल ने राजस्थान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर कटाक्ष करते हुए कहा आज वह भले ही मुख्यमंत्री हैं, लेकिन खुद कभी विश्वविद्यालय का चुनाव नहीं जीत सके। यही वजह है कि वह छात्र राजनीति को आगे नहीं बढ़ने देना चाहते। इसलिए उन्होंने चुनाव रद्द करने का फैसला किया। उल्लेखनीय है मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भले ही अपने राजनीतिक जीवन में कई चुनाव जीते, लेकिन राजनीति में प्रवेश की सीढ़ी माने जाने वाले छात्रसंघ के चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। गहलोत ने जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय से वरिष्ठ उपाध्यक्ष का चुनाव लड़ा था, लेकिन वे चुनाव हार गए थे।
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Rajasthan Election : राजस्थान में भले ही 50 जिले बन गए हों, पर पुराने जिलों के आधार पर ही होंगे विधानसभा चुनावRLP सरकार के खिलाफ करेगी बड़ा आंदोलनराष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा छात्रसंघ चुनाव के मुद्दे पर सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन करेगी। छात्रसंघ के निवर्तमान पदाधिकारियों पर तंज कसते हुए कहा पिछले साल जब छात्रसंघ चुनाव का आयोजन हुआ। उसमें जो छात्र नेता जीत कर आए। उन्हें शर्म आनी चाहिए। उनकी भी ड्यूटी बनती है। आज जब सरकार छात्रसंघ चुनाव बंद कर रही है। वह आम छात्रों की लड़ाई लड़नी चाहिए। वह लोग भी चुप्पी साधे बैठे हैं।
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