यह भी पढ़े: अब नहीं रुलाएगा प्याज, जनवरी में और गिरेंगे दाम खनन श्रमिकों के स्वास्थ्य के प्रति खनन धारक बाध्यकारी निदेशक माइंस संदेश नायक का कहना है कि शिविरों में स्वास्थ्य परीक्षण के साथ ही गुड़ का वितरण, गुड़ खाने से होने वाले लाभ की जानकारी देने के साथ ही डस्ट मास्क के उपयोग अनिवार्यता व वितरण, कार्य क्षेत्र में पानी का छिड़काव, मास्क वितरण, क्षेत्र मे सघन पौधारोपण व खनन कार्य करते समय आवश्यक सावधानियों से भी श्रमिकों को अवेयर किया जा रहा है। विभाग के सभी फील्ड अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे क्षेत्र के खनन क्षेत्रों का सघनता से दौरा करें और परस्पर सहयोग व समन्वय से अधिक से अधिक स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन कराएं। संदेश नायक ने बताया कि प्रदेश में माइनिंग क्षेत्रों में खनन धारकों को प्रेरित व बाध्यकारी किया जा रहा है कि खनन श्रमिकों के स्वास्थ्य सुरक्षा के लिए आवश्यक सभी सावधानियां व नियमों की पालना सुनिश्चित करें, ताकि श्रमिकों व क्षेत्रवासियों के स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़े। शिविरों का आयोजन फील्ड में जारी है और राज्य स्तर पर अतिरिक्त निदेशक पीआर आमेटा को र्नोडल अधिकारी बनाते ही नियमित मोनेटरिंग की जा रही है। राज्य भर में आयोजित 630 से अधिक स्वास्थ्य शिविरों और 350 से अधिक जागरुकता शिविरो में 25 हजार से अधिक श्रमिकों को लाभान्वित किया गया है। इसके साथ ही डस्ट मास्क का वितरण, सुरक्षा उपकरणों का वितरण किया जा रहा हैं। प्रदेश में खनन श्रमिकों के स्वास्थ्य जागरुकता शिविर जारी है।