जयपुर

पहली बार सोशल मीडिया पर हथियारों की सेल का खुलासा, राजस्थान का बड़ा बदमाश पकडा

बताया जाता है कि दिल्ली पुलिस की नजर हितेश सिंह पर यहां से ही पड़ी थी। वह कुख्यात लॉरेंस विश्नोई के संपर्क में था।

जयपुरNov 22, 2021 / 01:18 pm

JAYANT SHARMA

बीकानेर : हुक्काबार पर पुलिस का छापा, संचालक गिरफ्तार


जयपुर
जयपुर, दिल्ली पुलिस की साइबर क्राइम यूनिट ने सोशल मीडिया के जरिए अवैध हथियार बेचने वाले मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है। इस सिलसिले में जोधपुर ,राजस्थान, निवासी 38 साल के हितेश सिंह उर्फ लंगड़ा को गिरफ्तार किया गया है। उससे एक सेमी.ऑटोमेटिक पिस्टल और दो कारतूस बरामद हुए। जांच में पता चला कि उसके पाकिस्तान और राष्ट्र विरोधी तत्वों से रिश्ते हैं और वह 11 से ज्यादा आपराधिक मामलों में लिप्त है। पुलिस के अनुसार सोशल मीडिया मॉनिटरिंग के दौरान कुछ पोस्ट्स में अवैध हथियारों की बिक्री का जिक्र मिला था। हथियार और गोला.बारूद की तस्वीरें भी डाली गई थीं। इनमें से एक ग्रुप लॉरेंस बिश्नोई गैंग के नाम पर था। लॉरेंस बिश्नोई की प्रोफाइल्स सर्च में एक फ्रेंड लिस्ट में हीरपाल सिंह ;हितेश राजपूत का नाम मिला। वह फेसबुक पर अवैध हथियार बेचता था।

राजस्थान पुलिस की पोल खुली
जयपुर, दिल्ली पुलिस की कार्रवाई राजस्थान पुलिस और राजस्थान एटीएस की निगरानी की पोल खोलती है। राजस्थान में हथियार तस्करों ने सोशल मीडिया पर सरेआम अवैध हथियार बेचने की दुकान सजा रखी है। राजस्थान पुलिस ने सोशल मीडिया पर हथियार के साथ फोटो डालने वालों की गिरफ्तारी शुरू की थी, जो कुछ दिन चली। बताया जाता है कि दिल्ली पुलिस की नजर हितेश सिंह पर यहां से ही पड़ी थी। वह कुख्यात लॉरेंस विश्नोई के संपर्क में था।
अलग-अलग रेट
अवैध हथियार तस्करों ने सोशल मीडिया पर अवैध हथियार की सप्लाई के लिए राजस्थान के 200 रुपए तो उत्तर प्रदेश के 1000 रुपए तय कर रखे हैं। इसी प्रकार हरियाणा, मध्यप्रदेश के 1500-1500ए पंजाब के 1800 रुपए तय कर रखे हैं। राजस्थान की सबसे कम कीमत होने पर आशंका है कि तस्कर राजस्थान में अधिक सक्रिय हैं। वह 2000 रुपए में देशी कट्टा और 25,000 रुपए में पिस्टल बेच रहे हैं। इनके साथ कुछ राउंड कारतूस भी उपलब्ध करवाते हैं।
पुलिस ने फेसबुक पर बिछाया जाल
सर्विलांस के जरिए हीरपाल सिंह की एक्टिव प्रोफाइल्स का पता लगाया गया। उसे फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजकर डील की गई। उसने वीडियो शेयर किया और जो अकाउंट नंबर बताया, पुलिस ने उसमें एडवांस जमा कर दिया। पुलिस ने हितेश सिंह उर्फ लंगड़ा को हरियाणा के मानेसर से धर दबोचा। वह वहां बाकी पैसे लेने आया था। उसके मोबाइल फोन को फोरेंसिंक जांच के लिए भेजा गया है।

छोटों से ठगी, सिर्फ शातिरों को सप्लाई
पूछताछ में पता चला कि हितेश ने आपराधिक वारदातें 2010 में शुरू की थीं। उसने दोस्त के साथ मिलकर एक किताब की दुकान में चोरी की थी। बाद में वह बाइक चुराकर बेचने लगा। वह नौसिखिए बदमाशों को ठगता था और सिर्फ शातिर अपराधियों को हथियार सप्लाई करता था। हितेश सिंह राजस्थान के एक टोल पर हुई डकैती में भी शामिल था। इसमें टोल के पूरे स्टाफ को लिटाकर बुरी तरह पीटा गया था।

राजस्थान की कई जेलों में रहा, बढ़ाए संपर्क
पुलिस का कहना है कि हितेश राजस्थान की कई जेलों में रहा है। जहां उसने अपराधियों से संपर्क बढ़ाया। जेल में उसकी मुलाकात डकैत धन सिंह पीपरोली उर्फ ठाकुर धनु प्रताप सिंह राठौर से हुई, जो उसका गुरु बना। हितेश सिंह 2013 में जोधपुर जेल से जमानत पर रिहा हुआए तो धन सिंह ने उसे निजी बस सेवा के मालिक शैतान सिंह टेकरा को मारने का काम सौंपा। हालांकि शैतान सिंह बाल.बाल बच गया।

Hindi News / Jaipur / पहली बार सोशल मीडिया पर हथियारों की सेल का खुलासा, राजस्थान का बड़ा बदमाश पकडा

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.