खुद की गैंग बनाने के प्रयास में था मनोज एडिशनल डीसीपी रामसिंह ने बताया कि आनंदपाल और उसके साथियों द्वारा बीकानेर जेल में वर्ष 2014 में जयप्रकाश और रामपाल (राजू ठेठ गैंग के सदस्य) की हत्या के मामले में आरोपी मनोज कुमार नेहरा भी सहअभियुक्त था। आरोपी मनोज सीकर में बीरबल बासनी हत्याकांड में वर्ष 2010 से दिसम्बर 2020 तक जेल में बंद रहा। 2000 रुपए का इनामी मनोज कुमार नेहरा ने अपने चार अन्य साथियों के साथ मिलकर अप्रेल 2021 में चौमूं निवासी अर्जुन सोनी के आभूषण शोरूम पर डाका डाला था। डाका डालने के मामले में चौमूं थाना पुलिस उसकी तलाश में जुटी थी। आनंदपाल और बलवीर बानूड़ा की मौत होने के बाद से आरोपी मनोज अब खुद की गैंग बनाना चाहता था।