दो वर्ष में पूरे होंगे काम
जलदाय इंजीनियरों ने बताया कि उच्च स्तर से मंजूरी मिलने के बाद टेंडर प्रक्रिया शुरू की जाएगी। केन्द्र सरकार की गाइडलाइन के अनुसार, पानी के मीटर और पाइपलाइन बदलने समेत सभी कार्य दो साल के भीतर पूर्ण करने होंगे। यह भी पढ़ें
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दूषित पानी की समस्या का समाधान
पुरानी पाइपलाइनें बदलने से शहर में दूषित पानी की समस्या समाप्त होगी। ढाई लाख नए मीटर लगाने से जल छीजत में कमी आएगी और राजस्व में वृद्धि होगी।डीपीआर तैयार हो चुकी हैं
अमृत-2 परियोजना का क्रियान्वयन जयपुर शहर की पेयजल व्यवस्था के लिए बड़ी खुशखबरी है। डीपीआर तैयार हो चुकी हैं और टेंडर प्रक्रिया पूरी कर काम को धरातल पर उतारा जाएगा।-कन्हैया लाल चौधरी, जलदाय मंत्री