अमित शाह ने जवाहर सर्कल स्थित एक होटल में रविवार की सबसे पहले क्लस्टर प्रभारियों और चूरू, करौली धौलपुर, दौसा और नागौर लोकसभा की कोर कमेटियों की बैठक ली। उन्होंने इस बैठक में पूरा फोकस जाति आधारित राजनीति को हावी नहीं होने देने और बूथ मैनेजमेंट पर रखा। शाह ने बैठक में कहा कि कांग्रेस प्रदेश में जातिगत राजनीति करने की रणनीति पर काम कर रही है। हमें इसे सफल नहीं होने देना है।
उन्होंने कहा कि बूथ कमेटी को बूथ मैनेजमेंट पर ध्यान देना होगा। बूथ का कार्यककर्ता खुद अपने परिवार का वोट डलवाए और अन्य परिवारों की जिम्मेदारी भी ले। हर हाल में वोटिंग प्रतिशत ज्यादा रहना चाहिए। कोशिश यही रही कि मतदान वाले दिन सुबह साढ़े दस बजे तक बड़ी संख्या में वोटर्स मतदान केन्द्र पर पहुंचकर वोट डाल दें। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में राष्ट्रवाद एक बड़ा मुद्दा है और जनता के समक्ष मोदी सरकार की ओर से किए गए कामों को लेकर जाएं। पीएम नरेन्द्र मोदी के चेहरे पर यह चुनाव लड़ा जा रहा है।
बैठक के दौरान शाह ने राजस्थान की सभी 25 सीटों पर हैट्रिक लगाने के लिए काम के बंटवारे और आगामी रणनीति पर कोर कमेटी के सदस्यों से सवाल किए। साथ ही कमेटी सदस्यों से इस संबंध में सुझाव भी लिए। उन्होंने कहा कि भाजपा 370 और एनडीए 400 पास के नारे में हम सब नेताओं की सहभागिता तय करनी होगी। पार्टी के प्रत्येक कार्यकर्ता और पन्ना प्रमुख को जिम्मेदारी दी जाएगी।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने विपक्ष की एकजुटता पर निशाना साधते हुए कहा कि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हटाने के लिए एकजुट हो रहे, जबकि पीएम मोदी का एक ही नारा है ‘राष्ट्र का विकास’। उन्होंने सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में आरोप लगाया कि राहुल गांधी जातिगत राजनीति करते है। केन्द्रीय मंत्री शाह ने रविवार रात यहां सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक में यह बात कही। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में सिख गुरु अंगददेव की जयंती मनाई जाएगी। शाह ने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने समाज को बांटकर भ्रष्टाचार, जातिवाद, परिवारवाद और आतंकवाद जैसे चार नासूर पैदा किए, जबकि पीएम मोदी ने इनसे मुक्ति दिलाई। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने बैठक के दौरान गृहमंत्री शाह का स्वागत किया। प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी, प्रदेश सहप्रभारी विजया राहटकर ने भी विचार रखे।