AMCA: अब युद्धक विमानों को उड़ाने के लिए पायलट की जरूरत नहीं पड़ेगी। 5.5 जनरेशन के यह विमान बिना पायलट के उड़ान भरेंगे और दुश्मन को तबाह कर देंगे। घातक अभियानों के लिए यह जेट बेहद कारगर साबित होंगे। इसके लिए भारत 5.5 जनरेशन का घातक फाइटर जेट AMCA बना रहा है। अब तक अमरीका, रूस और चीन ने पांचवीं जनरेशन के फाइटर बनाए हैं।
AMCA यानी एडवांस्ड मिडियम कॉम्बेट एयरक्राफ्ट। इसके प्लान को 2022 की शुरुआत में कैबिनेट कमिटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) के पास भेजा जाएगा। मंजूरी मिलते ही इस पर तेज़ी से काम होगा। यह विमान 5.5 जनरेशन के होंगे और बिना पायलट के उड़ान भरेंगे। इससे पहले पांचवीं जनरेशन के जेट के प्रोजेक्ट को मंजूरी का इंतज़ार है।
AMCA यानी एडवांस्ड मिडियम कॉम्बेट एयरक्राफ्ट। इसके प्लान को 2022 की शुरुआत में कैबिनेट कमिटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) के पास भेजा जाएगा। मंजूरी मिलते ही इस पर तेज़ी से काम होगा। यह विमान 5.5 जनरेशन के होंगे और बिना पायलट के उड़ान भरेंगे। इससे पहले पांचवीं जनरेशन के जेट के प्रोजेक्ट को मंजूरी का इंतज़ार है।
AMCA मार्क एक में जीई-414 इंजन लगाए जाएंगे। इसका थस्र्ट 98 किलो न्यूटन होगा। मार्क 2 में इसे बढ़ाकर 110 किलो न्यूटन किया जाएगा। नए इंजन के लिए 2022 तक समझौता कर लिया जाएगा। योजना के मुताबिक यह जेट पांचवीं जनरेशन के होंगे।
कैसे तय होता है विमानों का जनरेशन
समय के अनुसार बदलती तकनीक और प्रणाली के अनुसार युद्धक विमानों की श्रेणी तय की जाती है। 1970-80 के बाद जो युद्धक विमान बनाए गए उन्हें चौथी जनरेशन कहा जाता है। 2000 के आरंभ में जिसे बनाया गया, उन्हें पांचवी जनरेशन कहा जाता है। चौथी जनरेशन विमान में बदलाव कर तैयार किए गए विमान को 4.5 जनरेशन कहा जाता है। ऐसा इसलिए होता है कि उसकी डिजायन चौथी जनरेशन की होती है और तकनीक पांचवे की।
वजन के अनुसार तय होती है श्रेणी
एलसीए तेजस हल्के वजन श्रेणी का विमान है। इसका वजन 15 टन से कम है। 15 से 25 टन के बीच के विमान मध्यम वर्ग श्रेणी में आता है। इसमें राफेल आता है। एएमसीए को इसी श्रेणी में तैयार किया जाएगा। 25 टन से ज़्यादा वाले युद्धक विमान अत्याधिक वजन श्रेणी में आते हैं। इसमें सुखोई-30 एमकेआई शामिल है।
एलसीए तेजस हल्के वजन श्रेणी का विमान है। इसका वजन 15 टन से कम है। 15 से 25 टन के बीच के विमान मध्यम वर्ग श्रेणी में आता है। इसमें राफेल आता है। एएमसीए को इसी श्रेणी में तैयार किया जाएगा। 25 टन से ज़्यादा वाले युद्धक विमान अत्याधिक वजन श्रेणी में आते हैं। इसमें सुखोई-30 एमकेआई शामिल है।
भारत के पास अभी 4.5 जनरेशन जेट
पाकिस्तान और चीन के साथ एक साथ युद्धक स्थिति का सामना करने के लिए इस समय भारत के पास चौथी ओर 4.5 जनरेशन के विमान हैं। पांचवी और उससे उन्नत 5.5 जनरेशन पर अब काम शुरू हो रहा है। रक्षा मंत्रालय के तहत आने वाली वैमानिक विकास अभिकरण (एडीए) स्वदेशी अडवांस्ड मीडियम कॉम्बेट एयरक्राफ्ट (एएमसीए) तैयार कर रही है।
राडार को देगा चकमा
इस युद्धक विमान में डबल इंजन होगा और डिजाइन ऐसा होगा कि दुश्मन का रडार भी पकड़ न पाए या फिर तब पता लगा पाएगा जब हमारा विमान दुश्मन के एकदम करीब होगा। तब तक दुश्मन को निशाना बनाने के लिए काफी वक़्त मिल जाएगा।
डिजायन तैयार,2025 में उड़ान
विमान का डिजायन तैयार हो गया है। मंजूरी मिले के साथ ही इसे 2024 तक तैयार कर लिया जाएगा। पहली उड़ान के लिए 2025 का समय तय किया गया है। मध्य वजन वर्ग में आने वाले इस विमान का उत्पादन 2030 तक शुरू करने की तैयारी है।
विमान का डिजायन तैयार हो गया है। मंजूरी मिले के साथ ही इसे 2024 तक तैयार कर लिया जाएगा। पहली उड़ान के लिए 2025 का समय तय किया गया है। मध्य वजन वर्ग में आने वाले इस विमान का उत्पादन 2030 तक शुरू करने की तैयारी है।